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गाय की पूंछ पकड़ पार की वैतरणी नदी
बिहारशरीफ : मलमास मेले के दौरान वैतरणी नदी में स्नान कर गाय की पूंछ पकड़ श्रद्धालु भवसागर पार हो रहे हैं. वैतरणी नदी की महत्ता और मेले के दौरान यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को देखते हुए प्रशासन द्वारा वैतरणी नदी घाट की सफाई की गयी है. कोलकाता से आयी मोनिका दास व अनिशा डे ने गाय […]
बिहारशरीफ : मलमास मेले के दौरान वैतरणी नदी में स्नान कर गाय की पूंछ पकड़ श्रद्धालु भवसागर पार हो रहे हैं. वैतरणी नदी की महत्ता और मेले के दौरान यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को देखते हुए प्रशासन द्वारा वैतरणी नदी घाट की सफाई की गयी है.
कोलकाता से आयी मोनिका दास व अनिशा डे ने गाय की पूंछ पकड़ कर वैतरणी नदी को पार किया. दोनों ने बताया कि हिंदू धर्म में वैतरणी नदी की बड़ी महत्ता है. इस नदी में स्नान-ध्यान करने से सारे पाप मिट जाते हैं. गाय की पूछ पकड़ कर नदी पार करने वाला भवसागर को पार कर जाता है और उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
राजगीर में वैतरणी नदी पर्वत की कंद्राओं से निकलकर जापानी मंदिर के पास से पश्चिम दिशा की ओर बहती है. नदी के दोनों किनारों पर देवी-देवताओं की मूर्तियां है. वैतरणी नदी घाट पर गाय की पूंछ पकड़ कर नदी को पार करने की व्यवस्था है. वायु पुराण एवं पालि ग्रंथों में भी इस नदी की चर्चा है.
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