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बाबा महतो साहब मेले को मिलेगा राजकीय दर्जा
सरमेरा (नालंदा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाबा महतो साहब सामाजिक सद्भाव के एक पुरोधा थे. उन्होंने हिंदू-मुसलिम एकता, शांति, भाईचारगी व सद्भावना का संदेश दिया. मुख्यमंत्री सोमवार को सरमेरा प्रखंड के प्रणावां गांव में बाबा महतो साहब महोत्सव सह मेले का उद्घाटन करने के बाद आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे. […]
सरमेरा (नालंदा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाबा महतो साहब सामाजिक सद्भाव के एक पुरोधा थे. उन्होंने हिंदू-मुसलिम एकता, शांति, भाईचारगी व सद्भावना का संदेश दिया. मुख्यमंत्री सोमवार को सरमेरा प्रखंड के प्रणावां गांव में बाबा महतो साहब महोत्सव सह मेले का उद्घाटन करने के बाद आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महतो साहब के कार्यों के कारण समाज के लोग सदियों पूर्व से लेकर अब तक याद किया जाता है. लोग कहते हैं कि बाबा महतो साहब के कहने पर दीवारें चलने लगती थीं. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बाबा महतो साहब मेले को राजकीय मेले का दर्जा देने की घोषणा की. उन्होंने डीएम डाॅ त्याग राजन एसएम को एक सप्ताह के अंदर मेला संबंधी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. इस अवसर पर ग्रामीण विकास सह संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, नालंदा के प्रभारी मंत्री शैलेश कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक डाॅ जितेंद्र कुमार, रवि ज्योति, चंद्रसेन प्रसाद, पूर्व विधायक ई सुनील कुमार आदि ने संबोधित किया. मेले में आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए जदयू नेता प्रो अशोक कुमार सिंह व सुनील कुमार द्वारा निःशुल्क सत्तू का स्टाॅल लगाया गया था. समारोह में आयोजन समिति के अध्यक्ष केदार महतो, उपाध्यक्ष राजकुमार महतो, श्रीकांत प्रसाद, उपेंद्र कुमार सिन्हा, डाॅ प्यारेलाल यादव आदि मौजूद थे.
2018 के अंत तक हर घर में बिजली : सीएम ने कहा कि सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने, गरीब वर्ग के विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था, हर जिले में आइटीआई, एएनएम व पॉलिटेक्निक की व्यवस्था की गयी है. वर्ष 2018 के अंत तक हर घर में बिजली पहुंचा दी जायेगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के हर जगह शांति तथा हरेक परिवार में खुशी का माहौल बना है. बेटियों के लिए खास योजना मद से जन्म से लेकर ग्रेजुएट होने तक राज्य सरकार 54 हजार की व्यवस्था की गयी है और इसका लाभ उन्हें दिया जा रहा हे. शराबबंदी से बेरोजगार हुए परिवारों का सर्वेक्षण कर सतत जीविकोपार्जन योजना से उन्हें रोजगार से जोड़ कर गायपालन, मुर्गीपालन, ई-रिक्शा आदि की व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है. उन्होंने लोगों से कहा कि बेटियों को कभी बोझ न समझें. बेटियों से ही समाज का विकास संभव है.
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