28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जिले में कालाजार का प्रकोप के 20 मरीज

बिहारशरीफ : नालंदा जिले में अब तक विभिन्न प्रखंडों में कालाजार के कुल 20 मरीज प्रतिवेदित हो चुके हैं. प्रतिवेदित मरीजों में से सबसे अधिक हिलसा व नगरनौसा प्रखंड क्षेत्रों में चिह्नित हुए हैं. इन सभी रोगियों का जिला मलेरिया विभाग की ओर से इलाज किया जा चुका है. हालांकि गत साल की अपेक्षा इस […]

बिहारशरीफ : नालंदा जिले में अब तक विभिन्न प्रखंडों में कालाजार के कुल 20 मरीज प्रतिवेदित हो चुके हैं. प्रतिवेदित मरीजों में से सबसे अधिक हिलसा व नगरनौसा प्रखंड क्षेत्रों में चिह्नित हुए हैं. इन सभी रोगियों का जिला मलेरिया विभाग की ओर से इलाज किया जा चुका है. हालांकि गत साल की अपेक्षा इस वर्ष अभी तक कालाजार के मरीज कम प्रतिवेदित हुए हैं.

बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. साथ ही, जिस इलाकों में मरीज प्रतिवेदित हुए हैं, वहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को भी सजग रहने की हिदायत पूर्व में ही दी जा चुकी है.

कहा गया है कि नये रोगी की पहचान होने पर उसकी जांच कर इलाज सुनिश्चित करेंगे.नालंदा जिले के नौ प्रखंडों में इस वर्ष बालू मक्खी ने दस्तक दी है. इन प्रखंडों में बालू मक्खी ने बीस लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था. संबंधित लोगों का इलाज जिला मलेरिया विभाग की ओर से किया जा चुका है. इलाज के बाद संबंधित रोगी अब स्वस्थ हो चुके हैं.
जिन पीएचसी क्षेत्र में इस साल कालाजार के रोगी मिले हैं, वहां के पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया जा चुका है कि मरीज प्रतिवेदित होने वाले स्थानों पर निरंतर नजर रखी जाये. ताकि नये रोगी प्रतिवेदित होते हैं तो उसका समय पर जांच व इलाज किया जा सके.
हिलसा में कालाजार के छह रोगी
जिले में अब तक जितने रोगी प्रतिवेदित हुए हैं, उसमें से सबसे अधिक हिलसा प्रखंड शामिल है. इस प्रखंड में कालाजार के कुल छह रोगी मिले हैं. इसके बाद नगरनौसा प्रखंड शामिल है. नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र में पांच रोगी प्रतिवेदित हो चुके हैं.हालांकि पिछले साल नगरनौसा प्रखंड में सबसे अधिक 16 रोगी चिह्नित हुए थे. इस साल नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र में कालाजार के मरीजों की संख्या में कमी आयी है.
एमबीसोम इजेक्शन से रोगी का होता इलाज : कालाजार के रोगियों का इलाज अब पहले से काफी आसान हो गया है. जहां मरीजों को सालभर पहले 28 दिनों तक लगातार दवा खानी पड़ती थी. अब नयी दवा की इजाद होने के बाद सिर्फ एक इंजेक्शन मात्र लगाने से ही बीमारी से राहत मिल जाती है. यह करिश्मा एमबीसोम नामक इंजेक्शन दिखा रहा है.
एमबीसोम का एक इंजेक्शन एक कालाजार रोगी के लिए काफी है. यह इंजेक्शन स्लाइन के माध्यम से रोगी को चढ़ाया जाता है. स्लाइन के माध्यम से इंजेक्शन आसानी लगाया जाता है.करीब तीन-चार घंटे का समय इसमें लगता है. यह इंजेक्शन कालाजार के रोगियों को जिला मलेरिया विभाग की ओर से नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है.कालाजार की उत्पतिकारक बालूमक्खी को मारने के लिए माइक्रोप्लान के तहत 21 अगस्त से एसपी (सेंथेटिक पाराथाराइड)नामक दवा का स्प्रे जिले में किया गया है. यह अभियान दो माह तक चलाया गया.
कालाजार रोग के लक्षण
तेज बुखार आना, भूख में कमी
कमजोरी महसूस, पैखाना काला होना
बचाव के उपाय
रोग का लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत जांच व इलाज
घरों में गंदगी नहीं पसरने दें
डॉक्टरों के परामर्श पर ही दवा लें
घरों में स्प्रे सुनिश्चित करें
क्या कहते हैं अधिकारी
जिले के जिन प्रखंडों में इस साल मरीज चिंहित हुए थे,वहां पर दवा का छिड़काव किया जा चुका है.इसके लिए अगस्त माह से करीब दो माह तक छिड़काव कार्य माइक्रोप्लान के तहत जिले के चौदह प्रखंडों के चयनित गांवों में किया गया.एमबीसोम नामक दवा से मरीजों का इलाज किया जाता है.साथ ही मरीजों को योजना की राशि भी दी जाती है.हरेक रोगी 7100 सौ दिये जाते हैं.इस साल जितने रोगी का इलाज किया गया है.सभी को योजना का लाभ दिया जा चुका है.
डॉ रवींद्र कुमार,डीएमओ,नालंदा
इलाज के साथ प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था
कालाजार के रोगियों को नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था सरकार की ओर से हरेक अस्पताल में तो है ही.साथ ही मरीजों को सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध करायी जा रही है.सरकार के नियमानुसार चिंहित हरेक कालाजार के रोगी को इलाज के बाद 7100 रुपये उपलब्ध कराये जा रहे हैं.यह राशि संबंधित रोगियों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से दी जाती है.ताकि रोगी को सरकार की योजना का लाभ समय पर मिल सके.नालंदा जिले में इस साल जितने भी रोगी चिंहित हुए हैं उनका इलाज के बाद प्रोत्साहन राशि विभाग की ओर से उपलब्ध करायी जा चुकी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें