बेन : शिक्षकों एवं संसाधनों की कमी के कारण प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक शिक्षा बदहाली के कगार पर खड़ा है. कहीं शिक्षक नहीं तो कहीं संसाधान गायब मिलते हैं. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्तर की शिक्षा के स्तर में निरंतर गिरावट देखी जा रही है. उल्लेखनीय है कि प्रखंड क्षेत्र में कुल 92 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय है. अधिकांश विद्यालयों में 50 फीसदी तक शिक्षकों के पद रिक्त हैं. जहां शिक्षक हैं भी वहां देर से आना और जल्दी जाना, अनावश्यक रूप से छूट्टी अथवा बिना छूट्टी लिये स्कूल से गायब होना,
एमडीएम में लापरवाही आदि से शिक्षा तथा शिक्षार्थियों की सेहत बिगड़ रही है. सोमवार को प्राथमिक विद्यालय प्रदुमन बिगहा पहुंचने पर वहां मात्र एक कमरे में बच्चे पढ़ रहे थे. विद्यालय में तीन शिक्षकों के जगह पर महज एक शिक्षिका मौजूद थी. इसी प्रकार मध्य विद्यालय रामगंज में नामांकित 243 बच्चों में मात्र 159 की उपस्थित होने की बात बतायी गई.
जबकि वास्तविक संख्या और कम थी. विद्यालय में तैयार एमडीएम भी खाने लायक नहीं था. इस संबंध में वार्ड सदस्य राजकुमार चौरसिया ने कहा कि विद्यालय में शिक्षा समिति का गठन नहीं होने से विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा मनमर्जी किया जा रहा है. इससे बच्चों की पढ़ाई भी चौपट हो रही है. इस संबंध में बीईओ सुशीला कुमारी से पूछने पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया.