बिहारशरीफ : विगत 18 जुलाई को सोगरा कॉलेज के पास जुलूस में प्रदर्शनकारियों के द्वारा उपद्रव की घटना में अपनी संलिप्ता को पूरी तरह से नकारते हुए सोगरा वक्फ इस्टेट के मोतवल्ली एसएम असरफ ने एक साजिश के तहत उन्हें फंसाये जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने साफ कहा कि सोगरा वक्फ इस्टेट के मोतवल्ली के पद पर रह कर वे समाजसेवा का काम करते रहे हैं ना कि समाज को गलत दिशा में ले जाने का. वे शुरू से ही सांप्रदायिक सद्भाव स्थापित करने का काम किया है
और बिहारशरीफ में हमेशा शांति-सद्भाव में प्रशासन को सहयोग किया है. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिस दिन यह घटना हुई, उसके पहले ही उन्होंने जिलाधिकारी को सोगरा कॉलेज के प्राचार्य से शो-काउज लेकर उसी दिन दोपहर के दो बजे रिपोर्ट सौंप दी थी. उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना में वे कहीं भी मौजूद नहीं थे. अगर पुलिस प्रशासन चाहे तो पूरी वीडियो फुटेज देख सकती है. उन्होंने कहा कि इस घटना की आड़ में कुछ स्वार्थी तत्व और उनके विरोधी उन्हें मोतवल्ली पद से हटाना चाहते हैं.