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माइक्रोप्लान बनाने में जुटा विभाग

दवा छिड़काव को बनायी जा रही गांवों की सूची बिहारशरीफ : कालाजार की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है. इस रोग की उत्पतिकारक बालूमक्खी के लार्वा को खत्म करने के लिए कार्य योजना बनायी गयी है. कार्य योजना के मुताबिक जिले के वैसे इलाके जहां पूर्व […]

दवा छिड़काव को बनायी जा रही गांवों की सूची
बिहारशरीफ : कालाजार की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है. इस रोग की उत्पतिकारक बालूमक्खी के लार्वा को खत्म करने के लिए कार्य योजना बनायी गयी है.
कार्य योजना के मुताबिक जिले के वैसे इलाके जहां पूर्व में कालाजार के रोगी प्रतिवेदित हुए हैं, वैसे इलाके में दवा का स्प्रे कराया जायेगा. संबंधित इलाकों में दवा छिड़काव कराने के लिए जिला मलेरिया विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है. सरकार की योजना है कि चिह्नित मरीजों को समय पर इलाज कर रोग मुक्त बनाने की.जिले के कालाजार ग्रस्त क्षेत्रों में दवा का स्प्रे कराने के लिए जिला मलेरिया विभाग की ओर से माइक्रोप्लान बनाने का काम किया जा रहा है. माइक्रोप्लान बनाकर राज्य मलेरिया विभाग के पास भेजा जायेगा. राज्य मलेरिया विभाग से माइक्रोप्लान पर मुहर लग जाने के बाद इस दिशा में आगे की कार्रवाई शुरू की जायेगी.
प्लान के तहत ही संबंधित यानी कि चयनित इलाकों में छिड़काव कराया जायेगा.इस कार्य को सफलीभूत बनाने के लिए जिला मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव दलों का गठन किया जायेगा. साथ ही, इस दल में शामिल होने वाले सदस्यों को विभाग की ओर से प्रशिक्षण देने का काम भी किया जायेगा, ताकि प्रशिक्षित कर्मी दवा का स्प्रे सही तरीके से आवंटित क्षेत्रों में कर सकेंगे.
जिला मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव दल के सदस्यों को स्थलीय ट्रेनिंग भी दी जायेगी. सदस्यों के अलावा विभागीय कर्मियों को भी इस संबंध में प्रशिक्षित किया जायेगा. सदस्यों को दवा के घोल तैयार करने से लेकर घरों में किस तरह से छिड़काव करने के तरीके बताये जायेंगे. साथ ही, छिड़काव के वक्त एहतियात बरतने आदि के बारे में भी विभागीय अधिकारी जानकारी देंगे.माइक्रोप्लान के तहत जिले के गांवों की सूची भी बनायी जा रही है. जिला मलेरिया विभाग के अधिकारी इसके लिए जिले के पीएचसी प्रभारियों से गांवों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है. इसका मापदंड बनाया गया है कि जहां पर पिछले तीन साल के दौरान कालाजार के मरीज प्रतिवेदित हुए हैं.
वैसे गांवों को चयनित कर सूची उपलब्ध करायी जाये. प्रखंडों से उपलब्ध सूची को भी राज्य मलेरिया विभाग को भेजी जायेगी. वहां से इसकी मंजूरी मिलने के बाद संबंधित गांवों दवा का छिड़काव किया जायेगा. कर्मी माइक्रोप्लान के तहत ही दवा छिड़काव करने के लिए आवंटित गांवों के घरों में दस्तक देंगे. साथ ही इस कार्य की निगरानी की जायेगी. निगरानी के लिए अधिकारियों की टीम बनायी जायेगी.
जिले में हैं कालाजार के 16 मरीज
नालंदा जिले में अभी कालाजार के 16 मरीज हैं. इन मरीजों की चिकित्सा जिला मलेरिया विभाग की ओर से की जा चुकी है. गत साल की अपेक्षा इस बार इसके मरीज कम मिले हैं. जिला मलेरिया विभाग के अधिकारी व कर्मी इस रोग पर काबू पाने के लिए हमेशा सजग हैं. चिह्नित होने वाले रोगियों को एमबीसोम नामक इंजेक्शन से इलाज किया जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
अगस्त माह में दवा स्प्रे होने की संभावना है. राज्य मलेरिया विभाग से दवा छिड़काव की तिथि तय होने के बाद जिले के चिह्नित गांवों में छिड़काव कराया जायेगा. छिड़काव को ले माइक्रोप्लान बनाने का काम किया जा रहा है.
डॉ रविंद्र कुमार, डीएमओ,नालंदा

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