विरोध. सीएस कार्यालय के सामने कर्मियों ने दिया धरना
Advertisement
संविदाकर्मियों की सेवा हो नियमित
विरोध. सीएस कार्यालय के सामने कर्मियों ने दिया धरना चिकित्सकों की सुरक्षा व्यवस्था हो मुकम्मल बिहारशरीफ : संविदा पर बहाल कर्मचारियों की सेवा नियमित हो.इस दिशा में सरकार अविलंब ठोस कदम उठाये,नहीं तो कर्मचारी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को तेज करने को बाध्य होंगे. शनिवार को बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर […]
चिकित्सकों की सुरक्षा व्यवस्था हो मुकम्मल
बिहारशरीफ : संविदा पर बहाल कर्मचारियों की सेवा नियमित हो.इस दिशा में सरकार अविलंब ठोस कदम उठाये,नहीं तो कर्मचारी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को तेज करने को बाध्य होंगे. शनिवार को बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर से सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आयोजित धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में यह बातें संघ के जिला मंत्री ने कहीं. संघ के राज्य सामान्य परिषद के निर्णय के आलोक में संघ की जिला इकाई की ओर से धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया. इस मौके पर संघ के जिला मंत्री संजय कुमार ने कहा कि संविदा पर काम करने वाले कर्मियों की सेवा नियमित करने की दिशा में सरकार अब तक ठोस कदम नहीं उठा सकी है जबकि कर्मी लोग अपने काम के प्रति हमेशा तत्पर हैं.
उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस दिशा में ठोस कदम उठाते हुए संविदा कर्मियों की सेवा नियमित की जाय. जिला मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत महिला कर्मियों का शीर्ष 2211 में आवंटन के अभाव के कारण अक्तूबर 2016 से बकाया है. यहां तक कि मार्च -अप्रैल में भी वेतन का भुगतान नहीं हो सका.लिहाजा कर्मचारियों के समक्ष आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न सी हो गयी है.दूसरी तरफ सूबे के कई जिलों में महिला कर्मियों का स्थानांतरण सिविल सर्जनों के द्वारा कर दिया गया है.लिहाजा उनके समक्ष और विकट स्थिति उत्पन हो गयी है.उन्होंने कहा कि कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों एवं चिकित्सकों पर आये दिन कार्य स्थल पर जानलेवा हमला किया जा रहा है.सरकार इन कर्मियों की सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था करे.बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ तथा संयुक्त मंच के द्वारा 13 सूत्री मांगों के समर्थन में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाया जायेगा. 28 जून को मशाल जुलूस निकाला जायेगा. साथ ही जिला मंत्री ने कहा कि 29 -30 जून को सांकेतिक हड़ताल की जायेगी. बावजूद मांग पूरी नहीं हुई तो बेमियादी हड़ताल पर जाने को कर्मी विवश हो जायेंगे. इसकी सारी जवाबदेही स्वास्थ्य प्रशासन को होगी.
बाद में संघ की ओर से मांगों से संबंधित ज्ञापन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को दिया गया. इस अवसर पर प्रहलाद शर्मा, मो नदीम, वृजनंदन प्रसाद, उपेंद्र कुमार, अरविंद कुमार, राजेश कुमार सिंह, ओंकारनाथ, प्रेमलता कुमारी, उषा कुमारी, कांति देवी, मीना कुमारी, कल्पना, किरण कुमारी, रेणु कुमारी, सरोज कुमारी, ज्योत्सा कुमारी समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement