जीविका की पहल से सशक्त होंगी महिलाएं, मिलेगा स्वरोजगार उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, जीविका ने एक नई पहल शुरू की है. इसके तहत, जिले की ग्रामीण महिलाओं को भैंस पालन के लिए 60 हजार ऋण प्रदान किया जाएगा. इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना, उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाना और जिले में डेयरी उद्योग को मजबूत बनाना है. इस योजना के तहत, जीविका से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की सदस्य महिलाएं इस ऋण के लिए आवेदन कर सकती हैं. ऋण की राशि का उपयोग अच्छी नस्ल की भैंस खरीदने, उनके खानपान और चिकित्सा देखभाल के लिए किया जा सकता है. यह पहल महिलाओं को न केवल एक स्थिर आय का स्रोत प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें अपने परिवार की आय में योगदान करने का भी अवसर देगी. भैंस पालन ग्रामीण क्षेत्रों में आय का एक पारंपरिक और विश्वसनीय स्रोत रहा है. जीविका की यह पहल इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ायेगी. महिलाओं द्वारा उत्पादित दूध को स्थानीय बाजार, दूध संग्रह केंद्रों और सहकारी समितियों को बेचकर वह नियमित आय अर्जित कर सकेंगी. इससे डेयरी उत्पादों की उपलब्धता बढ़ेगी. भैंसों की संख्या बढ़ने से डेयरी उद्योग को मिलेगा बढ़ावा भैंसों की संख्या बढ़ने से जिले में दूध और दूध से बने उत्पादों का उत्पादन बढ़ेगा. इससे व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी. व्यवसाय को सफल बनाने से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे समाज में अपनी पहचान बना सकेंगी.जीविका की यह पहल जिले में ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे बड़ी संख्या में महिलाएं लाभान्वित होंगी और एक सफल उद्यमी के रूप में स्थापित होने में मदद करेगी.
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