सब-हेडलाइन: भगवानपुर, चांदनी चौक, बैरिया और दरभंगा-मोतिहारी एनएच पर थमी रफ्तार, प्रशासनिक इंतजामों पर फूटा लोगों का गुस्सा संवाददाता, मुजफ्फरपुर बिहार के मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को वीवीआइपी मूवमेंट शहर के लिए ”ट्रैफिक आतंक” साबित हुआ. प्रमुख सड़कें पांच घंटे से अधिक भीषण जाम से कराहती रहीं, जिससे आम जनता त्राहि-त्राहि कर उठी. भगवानपुर, चांदनी चौक, बैरिया और दरभंगा-मोतिहारी राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की किलोमीटरों लंबी कतारें लग गईं, जिनमें स्कूली बच्चे, दफ्तरकर्मी और गंभीर मरीजों को ले जा रही एंबुलेंस तक फंसी रहीं. दोपहर तीन बजे के करीब शुरू हुआ यह ”महाजाम” रात 10 बजे तक जारी रहा, जब पुलिस ने आखिरकार ट्रैफिक को डायवर्ट कर कुछ राहत पहुंचाई. इस दौरान फंसे हुए लोगों का गुस्सा प्रशासनिक इंतजामों की पोल खोलता नजर आया. स्थानीय लोगों ने ट्रैफिक प्रबंधन की लचर व्यवस्था और प्रशासन की कथित लापरवाही पर जमकर अपनी नाराजगी व्यक्त की. जाम से कराहती सड़कें, बेबस एंबुलेंस शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में वीवीआइपी मूवमेंट के कारण शहर के प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक का चक्का पूरी तरह थम गया. जीरोमाइल, भगवानपुर, चांदनी चौक, बैरिया और दरभंगा-मोतिहारी जैसे व्यस्त इलाकों में वाहन दो किलोमीटर तक रेंगने को मजबूर दिखे. जाम के कारण दोपहिया वाहन चालकों, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. सबसे भयावह स्थिति तब बनी, जब कई एंबुलेंस भी इस जाम में फंस गईं. एक एंबुलेंस चालक ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया, हम तीन घंटे से जाम में फंसे हुए हैं. अंदर मरीज की हालत लगातार बिगड़ रही है, लेकिन हमारी मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा. स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाने की कोशिश की, लेकिन ट्रैफिक के दबाव के आगे उनकी कोशिशें नाकाफी साबित हुईं.
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