मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
भीषण गर्मी और तपती धूप के साथ चल रही गर्म हवाओं ने इंसान से लेकर पशु-पक्षियों को बेहाल कर दिया है. आसमान से बरसती आग और झुलसाती पछुआ हवाओं ने लोगों का घरों से निकलना मुश्किल कर दिया है. सुबह आठ बजे के बाद से ही धूप इतनी तीखी हो हो रही है कि बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा है.गर्मी की प्रचंडता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिन में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है. लोग भी अपने चेहरे और हाथ-पैरों को पूरी तरह से ढककर निकलने को मजबूर हैं. तापमान दोपहर में 40 डिग्री को पार कर जा रहा है. आलम यह है कि पंखा व कूलर के हवा में पसीना बंद नहीं हो रहा है. उमस वाली गर्मी से लोग परेशान दिख रहे है. मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम में बदलाव की उम्मीद नहीं है.बेजुबान के लिए पेड़ का छांव सहारा
इस भीषण गर्मी का असर सिर्फ इंसानों पर ही नहीं, बल्कि पशु-पक्षियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है. बेजुबान जानवर भी दिनभर पेड़ों की छांव में सुस्ताते नजर आ रहे हैं. गर्मी की तपिश बुझाने के लिए मवेशी नदियों और तालाबों के किनारे एकत्रित हो रहे हैं, जबकि प्यास से व्याकुल पक्षी पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं. किसानों के लिए भी मौसम काफी मुश्किल पैदा कर रहा है. रबी से लेकर सब्जी की खेती करने वाले किसान पटवन से फसल बचा रहे है.
छाछ, लस्सी तरबूज खीरा की बढ़ी बिक्री
ऊमस वाली गर्मी से बचने के लिए लोग दही, दूध, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, ग्लूकॉन डी का सेवन कर रहे है. इसके कारण इन सभी सभी चीजों की बिक्री काफी बढ़ी हुई है.तरबूज और खीरा जैसे पानी वाले फल का डिमांड है.
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