संवाददाता मुजफ्फरपुर
एसकेएमसीएच के एमसीएच में जन्म के बाद बेटा के बदले बेटी थमाने का मामला अब भी सुलझ नहीं पाया है. घटना के तीसरे दिन गुरुवार को भी नवजात की पहचान सुनिश्चित नहीं हो सकी. मेडिकल पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया है. गुरुवार को हथौड़ी, कुढ़नी और गायघाट क्षेत्र में तीन नवजात शिशुओं के घर जाकर सत्यापन किया गया, लेकिन सभी स्थानों पर बच्ची ही पाई गई एसकेएमसीएच में 19 अगस्त को कुल 11 बच्चों का जन्म हुआ था. इसमें से एक प्रसूता चंचला देवी ने दावा किया है. दावा है कि उसने बेटे को जन्म दिया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे बेटी सौंप दी है. अजय साहनी ने आरोप लगाया कि जब उसने विरोध किया, तो पहले उसे बरगलाया गया. गुरुवार को मेडिकल थाने की पुलिस ने उन 11 नवजातों में से तीन के परिवारों से संपर्क कर घर जाकर सत्यापन किया है. तीनों स्थानों पर लड़की ही पाई गई, जिससे नवजात की अदला-बदली की पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है. शेष आठ मामलों की जांच शुक्रवार को की जाएगी इधर मेडिकल थानेदार जय प्रकाश गौतम ने बताया की 19 अगस्त को एमसीएच में 11 बच्चे का जन्म हुआ था, जिसमें से तीन के घर पर कर सत्यापन किया किया गया है.बदली गयी बच्ची तबीयत बिगड़ी एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में भर्ती
अजय साहनी ने बताया नवजात बच्ची को एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में भर्ती किया गया है. उसे तेज बुखार और चमकी की शिकायत है. चिकित्सकों के अनुसार बच्ची की हालत स्थिर है, लेकिन निगरानी में रखा गया है.फोटो दीपक 37
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