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सिलेबस में बदलाव के बाद बाजार में नहीं आयी किताबें
मुजफ्फरपुर.
एनसीइआरटी की किताबें बाजार में नहीं होने से छात्र परेशान हैं. कक्षा चार-पांच व सात-आठ की किताबें बाजार में उपलब्ध नहीं हैं. सिलेबस में बदलाव के कारण किताबें छप नहीं सकी हैं. इस कारण बच्चों को नयी किताबें नहीं मिल रही हैं. जबकि नया शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू हो गया है, लेकिन छात्रों को अभी तक किताबें नहीं मिली हैं. नये शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही जिले के सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गयी है, लेकिन छात्रों को एनसीइआरटी की किताबें नहीं मिल पा रही हैं. इस वजह से कक्षा चार, पांच, सात व आठ के हजारों छात्र परेशान हैं. यह किताबें अभी तक बाजार में नहीं आयी हैं. बताया जा रहा है कि हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान के सिलेबस में बदलाव किया गया है. इस कारण किताबों को छापने में देरी हो रही है. छात्रों को बदले हुए सिलेबस की नयी किताबें जुलाई से पहले मिलने की संभावना नहीं है. नयी किताबें लागू करने से पहले स्कूलों को ब्रिज कोर्स शुरू कराने को कहा है.एनसीइआरटी का ब्रिज कोर्स क्या है
पांचवीं और छठवीं कक्षा के लिए 30 दिनों का ब्रिज कोर्स होगा और आठवीं के लिए 45 दिनों का कोर्स होगा. नयी किताबों में कंटेंट को कम किया गया है, एक्टिविटीज बढ़ायी गयी है. किताबों में प्रेजेंटेशन इस तरह है कि छात्र आसानी से विषय को समझ सकें. खेल- खेल में बच्चों को सिखाने पर जोर दिया गया है. आठवीं क्लास के लिए वोकेशनल एजुकेशन, इंग्लिश, मैथ्स, आर्ट एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन, साइंस, उर्दू, सोशल साइंस व उर्दू का ब्रिज कोर्स जारी कर दिया गया है. क्लास पांच के लिए आर्ट एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन, उर्दू, इंग्लिश, मैथ्स, हिंदी का ब्रिज कोर्स एनसीइआरटी की वेबसाइट पर है.पिछले साल भी बदला था सिलेबस
पिछले साल भी कक्षा तीन व छह के सिलेबस में बदलाव किया गया था. किताबें नहीं मिलने से सीबीएसइ व केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले हजारों छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ गयी है. एनसीइआरटी ने कक्षा चार, पांच, सात व आठ के सिलेबस में बदलाव किया है. इस वजह से नयी किताबें अभी बाजार में नहीं आ सकी हैं.
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