दिवाली बाजार में खूब रही रौनक, पटाखों पर बैन के बावजूद हुई खरीदारी हाइलाइट्स: दिवाली पूजा के लिए मूढ़ी, बताशा और लावा की खरीद में उमड़ी भीड़, दुकानों में रही रौनक. पटाखों पर बैन के बावजूद आधा शटर गिराकर गरीबनाथ मंदिर रोड पर हुई जमकर बिक्री. उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर. दिवाली की पूजा को लेकर रविवार को शहर के बाजारों में मूढ़ी, बताशा और लावा की जोरदार बिक्री हुई. मुहल्लों की दुकानों से लेकर मुख्य बाजार तक इन वस्तुओं की खरीदारी को लेकर दिनभर भीड़ रही. पूजा सामग्री के साथ मूढ़ी, बताशा और लावा खरीदने वालों की लंबी कतारें दिखीं. बताशा गोला के अलावा ऊंट, हाथी और मछली के आकार वाले बताशे की भी डिमांड रही. मान्यता है कि मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा बिना मूढ़ी, लावा और बताशा के अधूरी मानी जाती है. इसी कारण लोगों ने लड्डू के साथ इन तीनों चीजों की भी खरीदारी की. दुकानों में 10 से 20 रुपये तक के पैकेट पहले से तैयार रखे गये थे. कंसारी दुकानों के साथ कई किराना दुकानों पर भी इनकी बिक्री होती रही. पक्की सराय चौक के मूढ़ी दुकानदार अशोक कुमार ने बताया कि मूढ़ी की बिक्री अच्छी रही, जबकि बताशा और लावा लोग खासकर पूजा के लिए खरीद रहे हैं. आधा शटर गिरा कर हुई पटाखों की बिक्री पटाखों पर बैन के बावजूद रविवार को गरीबनाथ मंदिर रोड स्थित पटाखा मंडी में आधा शटर गिरा कर बिक्री की जाती रही. सुबह से ही पटाखा खरीदने वाले ग्राहकों की भीड़ रही. दुकानदार ग्राहकों को अंदर बुलाकर शटर आधा गिरा देते थे, ताकि बाहर से बिक्री का आभास न हो. दुकान के बाहर एक व्यक्ति ग्राहकों को अंदर भेजने का काम करता रहा. देर रात तक यहां रॉकेट, फुलझड़ी, हाइड्रो बम और घिरनी समेत अन्य पटाखों की जमकर बिक्री हुई. इस बार पटाखों की कीमतें पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 20 फीसदी बढ़ी रहीं, लेकिन इससे लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी. दिवाली के दिन सोमवार को भी यहां पटाखों की बिक्री जारी रहने की संभावना है.
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