मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए हो रही भीड़
अभिभावकों व छात्राओं को बचने की दी गयी सलाहवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ दिलाने के नाम पर मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में बिचौलिए सक्रिय हैं. ये बिचौलिए पोर्टल पर नया नाम जोड़ने या किसी भी तरह के संशोधन के लिए छात्राओं व उनके अभिभावकों को झांसा दे रहे हैं और उनसे अवैध वसूली की कोशिश कर रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि शिक्षा विभाग ने अभी तक योजना के नये पोर्टल को नाम जोड़ने या संशोधन के लिए खोलने की कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है. इसके बावजूद बिचौलिए छात्राओं को गुमराह कर रहे हैं. बीआरएबीयू परिसर में इन दिनों स्नातक उत्तीर्ण छात्राएं और उनके अभिभावक जानकारी के लिए लगातार पहुंच रहे है. परिसर में भी बिचौलियों की सक्रियता देखी जा रही है.विवि ने जारी की चेतावनी
छात्राओं को ऐसे किसी भी झांसे से बचाने के लिए बीआरएबीयू प्रशासन अलर्ट हो गया है. डीएसडब्ल्यू (छात्र कल्याण अधिष्ठाता) कार्यालय के बाहर नोटिस चिपका दिया है. नोटिस में स्पष्ट कहा गया है, कि विभाग की ओर से पोर्टल खोले जाने पर कॉलेज के माध्यम से छात्राओं को आधिकारिक सूचना दी जायेगी. किसी भी बिचौलिए के झांसे में न आएं और अवैध राशि का भुगतान भी नहीं करें.लाखों छात्राएं प्रभावित
यह योजना स्नातक सत्र 21-24 तक उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं के लिए है. विवि ने विभिन्न सत्रों की एक लाख से अधिक छात्राओं का डाटा नये पोर्टल पर अपलोड कर दिया है. हालांकि, हजारों छात्राओं का नाम रिजल्ट क्लियर न होने या विवरण में गड़बड़ी के कारण नहीं जुड़ पाया है. विधानसभा चुनाव के बाद नयी सरकार बनने पर छात्राओं व अभिभावकों की भीड़ विवि में फिर से जुटने लगी है. मोतिहारी से आयी एक छात्रा ने बताया कि कॉलेज के किसी व्यक्ति ने नाम जुड़वाने के लिए उससे पांच हजार मांगे थे. विश्वविद्यालय आकर उसे पता चला कि अभी पोर्टल खुला ही नहीं है. विवि प्रशासन ने सभी छात्राओं को सलाह दी है कि वे केवल कॉलेज व विवि द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें और बिचौलियों से पूरी तरह बचें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

