पशुपालन विभाग ने दिया निर्देश, पशु दीदी भी करेंगी देखभाल उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर पशुओं में होने वाली गर्मी जनित बीमारियों के इलाज के लिए पशुपालन विभाग चिकित्सा दल का गठन करेगा. पशुपालन विभाग के निर्देशानुसार यह दल ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं को लू लगने या अन्य बीमारियां होने पर पहुंचेगा और पशुओं की त्वरित चिकित्सा करेगा. यह दल जरूरी दवाओं और उपकरणों से लैस रहेगा. पशुपालकों द्वारा सूचना दिए जाने पर तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर पशुओं का इलाज करेगा. पशुपालन विभाग ने पशुपालको से अपील की है कि वे अपने पशुओं को सीधी धूप से बचाएं, उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं और किसी भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र या गठित चिकित्सा दल से संपर्क करें. इसके लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिस पर पशुपालक सहायता के लिए कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा जीविका की प्रशिक्षित 400 पशु दीदियां भी चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने में सहयोग करेगी. वह गांव में पशुपालकों के बीच पहुंचकर न केवल लू से बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाएंगी, बल्कि बीमार पशुओं की पहचान करने और उन्हें प्राथमिक उपचार देने में भी चिकित्सा दलों की सहायता करेंगी. पशु दीदी पहले से ही ग्रामीण स्तर पर पशुधन की देखभाल व प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं. इस पहल से पशुपालकों को अपने पशुओं के स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक होने और समय पर उचित कदम उठाने में मदद मिलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है