उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर गायघाट के भुताने महारानी स्थान पर बने माता मंदिर में देवी की प्राण प्रतिष्ठा के लिये रविवार को कलश यात्रा निकाली गयी. यहां अतरा घाट 2100 कन्याओं ने कलश में जल भर कर यात्रा निकाली. यह देश का पहला ऐसा मंदिर होगा जो पूरी तरह बज्जिकांचल की पारंपरिक पेंटिंग से सजा होगा. इस कलाकृति का कार्य अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित बज्जिका आर्टिस्ट कंचन प्रकाश की टीम के द्वारा किया जायेगा. जून के बाद इस मंदिर की दीवारों पर बज्जिकांचल शैली में माता के नौ रूपों को दर्शाया जायेगा. कलश यात्रा में मंदिर अध्यक्ष लडडू ब्यास, मंदिर सचिव रामेश्वर गुप्ता, मंदिर अध्यक्ष तेंदुलकर चौधरी, मंदिर सचिव नीरज कुमार, अनिल कुमार, मंदिर मीडिया प्रभारी पप्पू भारती, प्रकाश गुप्ता, सुधांशु, गौतम चंद्रवंशी, जितेंद्र गुप्ता, सौरभ गुप्ता, मुखिया प्रमोद पासवान, पंचायत समिति महेंद्र सहनी, इंदल सहनी, अनिल गुप्ता, अनिल चंद्रवंशी, सुजीत चौधरी, मनीष सहनी, विवेक सहनी, रघुनाथ किशोर साह सहित ग्रामीण मौजूद थे.
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