मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुरौल प्रखंड के विद्याझांप में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन में निम्न स्तरीय निर्माण सामग्री के उपयोग की शिकायत मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. उप विकास आयुक्त ने मामले का संज्ञान लेते हुए एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था, जिसने अपनी रिपोर्ट में अनियमितता की पुष्टि की है और उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की है. स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य में अनियमितता बरते जाने की शिकायत की थी. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीडीसी ने मुरौल के प्रखंड विकास पदाधिकारी तकनीकी सहायक और पंचायत सचिव को शामिल कर एक जांच दल बनाया. जांच टीम जब कार्यस्थल पर पहुंची तो वहां जेई (जूनियर इंजीनियर) और संवेदक (ठेकेदार) अनुपस्थित पाए गए. सिर्फ मजदूर और मिस्त्री ही काम कर रहे थे. भवन का निर्माण कार्य प्रथम तल के पिलर की ढलाई तक हो चुका है. जांच के दौरान पाया गया कि उपयोग की जा रही निर्माण सामग्री की गुणवत्ता निम्न स्तर की थी.इसी आधार पर जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उप विकास आयुक्त को भेज दी है. रिपोर्ट में यह भी अनुरोध किया गया है कि निर्माण कार्यों में बरती जा रही अनियमितता का विस्तृत पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच कराई जाए. जांच रिपोर्ट के आधार पर अब उच्च स्तरीय कमेटी के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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