गर्मी बढ़ने से डायरिया व निर्जलीकरण से बीमार पड़ रहे लोग
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
गर्मी बढ़ने के साथ ही जिले में डायरिया व निर्जलीकरण के केस काफी बढ़ गये हैं. पिछले सात दिनों में निजी क्लिनिकों और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. खासकर बच्चे डायरिया और निर्जलीकरण से अधिक पीड़ित हो रहे हैं. इस कारण ओआरएस के पैकेट व जिंक के सीरप की बिक्री में काफी तेजी है. करीब एक सप्ताह में शहर के होलसेल दवा दुकानों से पांच लाख ओआरएस के पैकेट और एक लाख जिंक के सीरप की बिक्री हुई है.
गर्मी का ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले समय में इन दवाओं की बिक्री में काफी इजाफा होने की उम्मीद है. ऐसी स्थिति तब है जब सरकारी स्तर पर एइएस बचाव अभियान के तहत आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से घर-घर जाकर ओआरएस व जिंक टेबलेट्स वितरित किये गये हैं. दवा दुकानदारों का कहना है कि इस बार अप्रैल के मध्य से गर्मी में काफी तेजी है. तापमान अधिक होने पर बच्चों में डायरिया की समस्या अधिक आ रही है. इसके अलावा निर्जलीकरण भी हो रहा है. इन दोनों स्थितियों में ओआरएस का घोल अनिवार्य है. इस कारण इन दवाओं की खरीद में काफी तेजी है. पुरानी बाजार के दुकानदार श्वेताभ ने बताया कि ओआरएस पैकेट के अलावा ओआरएस घोल की बिक्री भी अधिक हो रही है. कुछ लोग एहतियात के तौर पर भी ओआरएस का पैकेट खरीद कर रख रहे हैं. बच्चों वाले परिवार अगर कहीं यात्रा पर जा रहा है तो वह भी ओआरएस का पैकेट अपने साथ रख रहा है, इसलिए खरीदारी में तेजी है.====================
ओआरएस पैकेट और जिंक सीरप की बिक्री में पिछले एक सप्ताह से तेजी है. इसकी खरीदारी बढ़ी है. गर्मी के सीजन में दोनों दवाओं की बिक्री सबसे अधिक होती है, लेकिन इस बार अप्रैल में ही इसकी बिक्री में तेजी दिख रही है. अभी तो गर्मी के बाद बरसात का सीजन बचा हुआ है.-पंकज कुमार,
अध्यक्ष, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है