-सेंट्रल जेल प्रशासन चाइनीज कांसुलेट की सूचना का कर रही इंतजार- एसकेएमसीएच में इलाज के दौरान 11 जून की सुबह हुई थी मौत मुजफ्फरपुर. चाइनीज नागरिक ली जियाकी की एसकेएमसीएच में मौत होने के बाद से 12 दिनों से मॉर्चरी के डीप- फ्रिजर में उसका शव रखा हुआ है. लेकिन, अब तक चाइनीज कांसुलेट ने शव को डिस्पोज करने के लिए कोई संवाद नहीं किया है. चाइनीज बंदी की मौत के बाद कांसुलेट के दो अधिकारी 13 जून को मुजफ्फरपुर पहुंचे थे. बंदी की मौत को लेकर सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित से मिलकर जानकारी ली थी. वहीं, सेंट्रल जेल से एसकेएमसीएच तक बंदी की मौत की वजह की जांच की थी. कांसुलेट के अधिकारियों ने शव को डिस्पोज नहीं करने को कहा था. उनका कहना था कि परिजनों से संपर्क साधा गया है. जो निर्णय होगा, उससे अवगत करा दिया जाएगा. लेकिन, 10 दिन बाद भी चाइनीज कांसुलेट से कोई जानकारी सेंट्रल जेल प्रशासन को नहीं दी गयी है. अब जेल के अधिकारी मुख्यालय को पत्र लिखकर आगे का मार्गदर्शन मांगेंगे. बता दें कि चाइनीज नागरिक ली जियाकी को पांच जून को ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी चौक पर संदिग्ध स्थिति में बिना वीजा के घूमते हुए गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उसको कोर्ट में प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. सेंट्रल जेल में दो दिन रहने के बाद उसने जेल अस्पताल के बाथरूम में अपने चश्मे का शीशा तोड़कर खुद को जख्मी कर लिया था. हाथ व सीने पर गहरा जख्म बना लिया था. इसके साथ- साथ अपने अंडकोष को काट कर बाहर निकाल लिया था. जेल प्रशासन ने उसको बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया था. जहां उसकी हालत सुधर रही थी. अचानक 10 जून की रात उसकी तबीयत बिगड़ी और 11 जून की सुबह बंदी की मौत हो गयी. चाइनीज बंदी के शव की मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया था. उसके बिसरा व हिस्टोपैथोलॉजी जांच के लिए शरीर का कुछ अवशेष लिया गया था. दोनों जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पायेगी.
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