उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर तीखी गर्मी के कारण शहर में लू से पीड़ित होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. इन दिनों सदर अस्पताल में रोज 20 से 25 मरीज लू लगने से पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं. डॉक्टर के अनुसार, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोग लू के अधिक शिकार हो रहे हैं. सुबह वाले ओपीडी में सबसे अधिक मरीज आ रहे हैं. इसके अलावा क्लिनिक में भी ऐसे मरीजों की भीड़ बढ़ी है. डॉक्टर का कहना है कि इस मौसम में शरीर का तापमान तेजी से बढ़ने लगता है, जिससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है. लू लगने पर तेज बुखार, शरीर में दर्द, उल्टी, दस्त और बेहोशी जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में मरीजों को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये. परिजनों को लू लगने से जो बेहोश होने वाले मरीजों को जबरदस्ती पेय पदार्थ पिलाने की कोशिश नहीं करनी चाहिये. खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को इस मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. लू से बचाव के उपाय – पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं नींबू पानी, लस्सी, छाछ, शरबत और ओआरएस का घोल नियमित रूप से लें दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच धूप में नहीं निकलें हल्के और ढीले कपड़े पहनें भारी भोजन से बचें, हल्का और सुपाच्य भोजन करें शराब और कैफीन से दूर रहें घर को ठंडा रखें, पंखे, कूलर या एयर कंडीशनर का उपयोग करें वर्जन इन दिनों गर्मी बढ़ने से लू लगने से पीड़ित होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. ऐसे मौसम में लोगों को सावधानी रखनी चाहिये. लू से बचाव का प्रबंध करना चाहिये. दोपहर में निकलना जरूरी हो तो सिर पर कपड़ा रखे ओर निकलने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं. – डॉ राहुल, फिजिशियन, एसकेएमसीएच
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