डॉक्यूमेंट्स की जांच के बाद छात्र-छात्राओं का होगा एडमिशन
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी सत्र 2024-26 के लिए सेकेंड मेरिट सूची मंगलवार काे जारी कर दी गयी है. इसमें शामिल छात्र-छात्राओं का आवंटित विभाग या काॅलेज में पांच से 10 मार्च तक एडमिशन हाेगा. विश्वविद्यालय की ओर से पहले सेकेंड मेरिट सूची के लिए विषयवार राेस्टर के अनुसार कट ऑफ तय करके पाेर्टल पर अपलाेड कर दिया गया. साथ ही सभी विभागाध्यक्ष व संबंधित काॅलेज के प्राचार्याें काे कहा गया है कि मेरिट लिस्ट में शामिल अभ्यर्थियाें के डाॅक्यूमेंट्स की जांच करके ही एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करेंगे. पीजी विभाग से लेकर काॅलेज तक कुल साढ़े 11 हजार सीट निर्धारित है. पहली मेरिट सूची से करीब 6600 सीटाें पर एडमिशन हुआ है. वहीं तीन हजार से अधिक सीटाें के लिए सेकेंड मेरिट सूची जारी की गयी है. डीएसडब्ल्यू प्राे आलोक प्रताप सिंह ने सभी पीजी विभागाें के अध्यक्ष व संबंधित काॅलेजाें के प्राचार्य काे पत्र भेजकर निर्धारित अवधि में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने काे कहा है. साथ ही स्पष्ट किया है कि सभी डाॅक्यूमेंट्स की जांच करके ही एडमिशन लेंगे. दरअसल, पहली मेरिट सूची के आधार पर एडमिशन के दाैरान कई विभागाें से तमाम तरह की अनियमितता की शिकायतें मिली थी. बताया गया कि बगैर जांच-पड़ताल के ही विभाग और काॅलेज एडमिशन ले रहे हैं, जिसके कारण छात्र-छात्राओं काे परेशानियाें का सामना करना पड़ा. यहां तक कि एक छात्रा काे एलएस काॅलेज आवंटित किया गया था. जानकारी के अभाव में छात्रा विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में चली गयी और विभाग में उसका एडमिशन ले लिया गया. एक सप्ताह बाद उससे कहा गया कि एडमिशन रद्द हाेगा, जिससे वह परेशान हाेकर विभाग और विश्वविद्यालय का चक्कर लगाने लगी. इस तरह की परेशानियाें से बचने के लिए सही तरीके से जांच कर एडमिशन का निर्देश दिया गया है.
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