Bihar News: मुजफ्फरपुर के सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी सरकारी स्कूलों की छात्राएं अब छेड़खानी और अभद्र व्यवहार का मुकाबला खुद कर सकेंगी. इसके लिए उन्हें रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा ट्रेनिंग कार्यक्रम के तहत मार्शल आर्ट की शिक्षा दी जाएगी.बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के पहले चरण में 48 स्कूलों का चयन किया गया है. कार्यक्रम में 16 मार्शल आर्ट ट्रेनर शामिल हैं, जो प्रतिदिन तीन-तीन स्कूलों में जाकर छात्राओं को कराटे, ताइक्वांडो और वुशू जैसी तकनीकें सिखाएंगे.
आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिल रही ट्रेनिंग
इस पहल का मकसद केवल लड़कियों को शारीरिक सुरक्षा की ट्रेनिंग देना ही नहीं, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और साहस भी प्रदान करना है, ताकि वे किसी भी मुश्किल स्थिति का सामना खुद कर सकें. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में कुल 90 दिनों का ट्रेनिंग दिया जाएगा. इसमें मार्शल आर्ट ट्रेनर 24 दिन तक लड़कियों को ट्रेनिंग देंगे.
छात्राएं भी सिखाएंगी कराटे
अच्छा प्रदर्शन करने वाली छात्राएं अगले 66 दिन तक अन्य छात्राओं को कराटे, वुशू और ताइक्वांडो सिखाएंगी.इस प्रक्रिया से न केवल वे आत्मरक्षा के गुर सीखेंगी, बल्कि उनमें नेतृत्व और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित होगी. इससे पूरे विद्यालय की छात्राएं एक-दूसरे की मदद करके सुरक्षित और आत्मविश्वासी बनेंगी.

