संवाददाता, मुजफ्फरपुर एटीएम फ्रॉड गिरोह के सरगना पंकज सहनी से पूछताछ के बाद सदर थाने की पुलिस ने रविवार को उसे न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया. इससे पहले एसटीएफ की टीम ने शनिवार को मीनापुर इलाके में छापेमारी कर उसे दबोचा था. पूछताछ के बाद उसे सदर थाने की पुलिस को सौंप दिया था. एसटीएफ और सदर थाने की पुलिस की पूछताछ में पंकज सहनी व उसके गिरोह के संबंध में कई अहम जानकारी मिली है. जिसके आधार पर पुलिस की एक विशेष टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है. बताया जाता है कि पंकज सहनी के खिलाफ 29 मार्च 2018 को रतवारा निवासी सुनील कुमार ने सदर थाने में एफआइआर दर्ज करायी थी. इसमें पुलिस को बताया था कि सुबह पौने आठ बजे कच्ची पक्की स्थिति एसबीआई के एटीएम में पैसे निकालने गए थे. इसी बीच दो अपराधियों ने जालसाजी कर उनके एटीएम से 40 हजार रुपये दूसरे के खाते में ट्रांसफर करा लिया. इसके बाद उन्होंने इस संबंध में सदर थाने में केस कराया. अगले दिन वह उसी समय पर उस एटीएम पर गये. इसी दौरान दोनों अपराधी दिख गया. जिसके बाद उन्होंने शोर मचाते हुए उसमें से एक को पकड़ लिया. इसी बीच वहां खड़ा दूसरा अपराधी पंकज सहनी ने उन पर पिस्टल से फायर कर दिया. इसके बाद वह डर कर उसके साथी को छोड़ पीछे हट गए. फिर दोनों अलग-अलग बाइक से रामदयालु की ओर भाग निकले. कुछ दूर तक दोनों का पीछा किया. लेकिन दोनों चकमा देकर भागने में सफल रहे. सदर थानेदार अस्मित कुमार ने बताया कि पंकज सहनी का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. इसके अलावे उसके गिरोह के अन्य शातिरों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है.
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