माधव- 22 एक कविता सिंदूर के नाम कवि सम्मेलन में 21 कवियों ने किया पाठ उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर माड़ीपुर स्थित होटल में शिक्षक व साहित्यकार डॉ सतीश कुमार साथी ने एक कविता सिंदूर के नाम कवि सम्मेलन का आयोजन किया. शुरुआत अतिथियों द्वारा सामूहिक रूप से दीप जलाकर किया गया. उद्घाटन भाषण में डॉ गौरव वर्मा ने कहा कि साहित्य समाज को दिशा प्रदान करता है और मनुष्यों की संवेदना का अहसास कराता है. स्वागत भाषण करते हुए शिक्षाविद पवन सिंह ने साहित्यकारों को राष्ट्र की धरोहर बताते हुए कहा कि साहित्य जब तक है, इंसानियत जिंदा है. सम्मेलन की अध्यक्षता आकाश चौधरी ने की. समाजसेवी संजीव साहू ने भी कविताओं व गीतों को ऊर्जा का सकारात्मक स्रोत बताया. इसके बाद उपस्थित 21 कवियों को सम्मान पत्र, मेडल व पुष्प हार से सम्मानित किया गया. मौके पर डॉ सिबगतुल्लाह हमीदी, डॉ भावना, डॉ आरती, स्मृति सुमन, उमेश राज, अंजनी पाठक, कुमार संदीप, हेमा सिंह, एमआर चिश्ती, अनुभव राज, प्रमोद मिश्र, डॉ सुजय, सविता राज, अविनाश भारती, डॉ अनु शांडिल्य, डॉ सोनी सुमन, कुमार विरल, डा देवव्रत अकेला, चंदन, हिना, रेशमी, अंशु व सुप्रिया सिंह ने काव्य पाठ किया. नवोदित रचनाकार हिना की कविता चुटकी भर सिंदूर काफी है, आतंक का सर्वनाश के लिए सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही ली. कार्यक्रम में विशेष रूप से गृहिणी रेखा व डॉ अवध पटेल को विशेष प्रतिभा सम्मान दिया गया. मंच संचालन डॉ सतीश साथी ने किया.
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