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बुकिंग 3522 बीज का, बांट रहे 3396

मुजफ्फरपुर : मक्का बीज बेचने वाले स्कॉटकिस्टों और कंपनियों की अंधेरगर्दी मंची हुई है. किसानों की बुकिंग किसी बीज था. जब बीज लेने गये तो दूसरे प्रभेद का मक्का बीज दिया जा रहा है. किसान बहुत आहत होकर खेती कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनलोगों ने 3522 प्रभेद मक्का बीज की बुकिंग […]

मुजफ्फरपुर : मक्का बीज बेचने वाले स्कॉटकिस्टों और कंपनियों की अंधेरगर्दी मंची हुई है. किसानों की बुकिंग किसी बीज था. जब बीज लेने गये तो दूसरे प्रभेद का मक्का बीज दिया जा रहा है. किसान बहुत आहत होकर खेती कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनलोगों ने 3522 प्रभेद मक्का बीज की बुकिंग करायी थी. लेकिन जब बीज लेने की बारी आयी तब 3396 बीज दुकानदार बांट रहे हैं.

किसानों का कहना है कि 3522 किस्म का मक्का बीज उनका पसंदीदा बीज है. इसका उत्पादन बहुत बढ़िया है. लेकिन बाजार में इस बीज का कृत्रिम किल्लत बना दिया गया है. किसानों से दुकानदार मोटा रकम एेंठ रहे हैं. किसानों का कहना है 3522 मक्का बीज देने के साथ 3396,3399 और 3533 बीज खरीदना अनिवार्य कर दिया गया है. बोचहां के लोहसरी के किसान नीरज नयन बताते हैं कि उनके क्षेत्र के काफी किसानों ने 3522 मक्का बीज की बुकिंग करायी थी.

लेकिन दूसरा बीज दिया जा रहा है. बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर केंद्र और राज्य सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. इस कारण किसानों के साथ बीज कंपनियों के अधिकारी और स्टॉकिस्ट अन्याय करने में लगे हुए हैं.

चौमुख के किसान भारतेंदु चौधरी बताते हैं कि कंपनी ने हद कर दिया है. एक बैग 3522 की खरीद पर कोई दूसरे प्रभेद का बीज खरीदना अनिवार्य कर दिया है. किसानों के इस शोषण पर कृषि विभाग और जिला प्रशासन मौन धारण कर लिया है.
उनसर के बलिराम सिंह और देवेंद्र सिंह बताते हैं कि किसानों की पहली पसंद 3522 है. लेकिन बीज कंपनी एक बैग के साथ दूसरे प्रभेद में 3396, 3399 और 3533 प्रभेद का मक्का बीज लेना अनिवार्य कर दिया है. इससे किसानों का शोषण हो रहा है.
लोहसरी के किसान हरेराम मिश्र बताते हैं कि बीज के लिए किसानों को एकजुट होकर प्रशासन के अधिकारी से बात करनी होगी. इसके बाद भी इंसाफ नहीं मिला तो बीज कंपनी के खिलाफ आंदोलन करना मजबूरी होगी.

इस बीज की किल्लत बनी हुई है. इस बीज को किसान अधिक पसंद करते हैं. किसानों की शिकायत मिली है. कंपनी के अधिकारी को तलब किया गया है. सभी पक्षों की बातों पर गंभीरता से विचार करते हुए आगे की कार्रवाई करेंगे.

सुधीर कुमार, डीएओ, मुजफ्फरपुर
जितना बीज जिले को दिये जाने का लक्ष्य था. उससे अधिक दे दिया गया है. 3522 किसानों के बीज अधिक लोकप्रिय है. इस कारण थोड़ी-बहुत परेशानी बनी हुई है. जहां तक अधिक कीमत पर बीज बेचने का सवाल है. उस पर कंपनी निगरानी रख रही है. बैग पर अंकित दाम से कोई अधिक नहीं ले सकता है. यहां 17 लाइसेंसी होल्डर दुकानदार हैं. जिनके पास बीज मिल रहा है. 3522 मक्के का पौधा काफी बड़ा हो जाता है. जोखिम को कम करने के लिए दूसरे बीज को प्रोत्साहित किया जा रहा है. यह पौधा आंधी-तूफान में सुरक्षित नहीं है.
इम्तेयाज आलम
एरिया मैनेजर, पायोनियर, मुजफ्फरपुर

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