मुजफ्फरपुर : बिहार चुनाव के चौथे चरण के लिए एनडीए के पक्ष में प्रचार करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे. जिले के पताही हवाई अड्डे परआयोजितचुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महागंठबंधन पर जमकर हमला बोला हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान महागंठबंधन केप्रमुख नेता उन्हें बाहरी कहरहेहैंऔर यहभी बोल रहे है कि राज्य काविकासबाहरीनहीं बल्कि बिहारी हीकर सकता हैं.पीएममोदी ने नीतीश-लालूपर हमला तेज करते हुए कहा कि वे पाकिस्तान, बांग्लादेशयाकिसी अन्य देशकेप्रधानमंत्री नहीं बल्कि भारत के प्रधानमंत्री हैं. बिहार समेतदेशकेअन्य राज्यों कीजनतानेउन्हें वोट देकर भारतकाप्रधानमंत्रीबनायाहैं. फिर वो बाहरी कैसे हो गये.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार को दिये गये विशेष पैकेज से राज्य का भाग्य बदलेगा. हमारी समस्याओं को दूर करने का एक मात्र मंत्रविकास हैं. बिहार को तांत्रिकों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता हैं. यहां के नौजवानों को तंत्र-मंत्र नहीं, लैपटाप चाहिए.उन्होंने कहाकि बिहार को विकास की पटरी पर लाने के लिए एक नहीं दो इंजन चाहिए, तभी बिहार को गड्ढे से बाहर निकलना संभव हो पाएगा. एक बिहार सरकार फिर दिल्ली सरकार,दोनों मिलकर काम करेंगे तभी बिहार काे गड्ढे से बाहर निकाला जा सकेगा. इसके लिए बिहार में सरकार को बदलने की जरुरत हैं. प्रधानमंत्री ने कहा किइसकेलिए जरुरीहैकि पहले मतदानकरें, फिर करें जलपान.
महागंठबंधन पर निशाना तेज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लालू की संपत्ति को जब्त कर नीतीश ने स्कूल क्यों नहीं खोला. नीतीश बाबू, कैमरे के सामने भ्रष्टाचार करते आपके दल का एक नेता पकड़ा जाता है. आप चुप क्यों हैं. बिहार की सबसे बड़ी समस्या यहां के युवाओं का पलायन हैं. ये मजबूरी किसने पैदा की. बिहार के नौजवानों के भाग्य की चिंता करते हुए हमें उनके रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए काम करना होगा. बिहार के नौजवान के लिए यहीं पर कमाई के अवसर पैदा करने को लेकर काम करने की जरुरत हैं. आज भी बिहार में कई ऐसे गांव है जहां बिजली के खंभे भी नहीं लगे हैं. हमने 24 घंटे बिजली पहुंचाने का वादा किया है. बिजली लगेगी तो उद्योग लगेंगे, जिसके बाद रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर बिहार को आगे ले जाना है तो भाई-भतीजावाद से बाहर आना होगा. केंद्र में मेरी सरकार को 18 महीने हो गये हैं. विरोधी दलों ने कई आरोप लगाये हैं. लेकिन मुझ पर भ्रष्टाचार का कोई भी आरोप अब तक नहीं लगा हैं. जो वादा किया था उसे पूरा करनेकेलिए ईमानदारी के साथ काम कर रहा हूं. बिहार में भी ईमानदार सरकार चाहिये या नहीं. जदयू की नेता की जगह अगर कोई भाजपा का नेता रंगे हाथों रुपये लेते हुए पकड़ा जाता तो कई दिनों तक इसे प्रसारित किया जाता. इस घटना को दिल्ली वाले भले ही भूल जाये, लेकिन बिहार की जनता इसको नहीं भूल सकती हैं.
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार से अब बिहार की जनता छुटकारा पाना चाहती हैं. अमीरों को सरकार की जरुरत नहीं होती हैं. गरीब को अस्पताल व स्कूल चाहिए. इसके लिए उन्हें सरकार चुनने की जरुरत होती हैं. हमने बैंकों में गरीबों के खाते खुलवाये. हमने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लाकर छोटे-छोटे काराबारियों के लिए योजनाएं लागू की हैं. जिससे वे साहुकारों के चुंगल से मुक्ति हो सकें. अकेले बिहार में सवा तीन लाख लोगों ने बैंकों का लाभ लिया हैं और कारोबार को बढ़ाने का काम किया. इसे और आगे बढ़ाना हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने यहां 35 साल तक राज किया हैं. लालू जी ने 15 साल व नीतीश ने 10 साल राज किया हैं. इन तीनों को मिला दें तो कुल 60 साल तक इन लाेगों ने बिहार में राज किया हैं. इसके बावजूद इन्होंने अपने काम का हिसाब नहीं दिया हैं. यह अहंकार नहीं तो और क्या हैं. नीतीश कहते है कि नरेंद्र मोदी बाहरी हैं. क्या मैं पाकिस्तान का प्रधानमंत्री हूं, बांग्ला देश का पीएम हूं. बिहार भारत में हैं तो मैं बाहरी कैसे हो गया. सोनिया गांधी दिल्ली में रहती है तो वे बाहरी नहीं हुई.मैंभारत का प्रधानमंत्री हूं और मैं बाहरी हो गया. बिहार चुनाव के मद्देनजर महागंठबंधन के नेता अनाप शनाप बयानदे रहे हैं. बिहार की जनता सब देख रही है. यहां की जनता जब देती है तो छप्पर फाड़ कर देती है और जब हिसाब करने पर आती है तो पूरा ही हिसाब कर देती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चौथे चरण में यहां चुनाव होना है. पहले तीन चरण का मतदान शांतिपूर्ण हुआ. लोकतंत्र की ताकत बढ़ाने वाला हुआ. महागंठबंधन के नेता तीन चरणों के चुनाव के बाद सभी माध्यमों से कीचड़ उठाने में लगे हैं. नीतीश बाबू, लालू जी आप दोनों जितना कीचड़ उछालेंगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा.
इससे पहले गोपालगज जिले के बरौली विधानसभा क्षेत्र के दानापुर मैदान में आज जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महागंठबंधन पर जमकर हमला बोला हैं. उन्होंने कहा कि महागंठबंधन के नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहारियों का अपमान कर रहे हैं, जो उन्हें महंगा पड़ेगा. वहीं, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें पता है कि वे जेल जाने वाले है इसलिए वे अपने बेटों को राजनीति में तैयार कर रहे हैं. जिससे वे जेल में बाकी की जिंदगी आराम से गुजार सकें.