मुजफ्फरपुर : कच्ची-पक्की चौक पर ट्रक की ठोकर से जख्मी हुए कपड़ा व्यवसायी मो इश्तेखार की मौत मंगलवार को इलाज के दौरान पटना में हो गयी. पटना से शव पहुंचते ही आक्रोशित परिजनों ने मुआवजे को लेकर सादपुरा में टायर जला कर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों ने राहगीरों […]
मुजफ्फरपुर : कच्ची-पक्की चौक पर ट्रक की ठोकर से जख्मी हुए कपड़ा व्यवसायी मो इश्तेखार की मौत मंगलवार को इलाज के दौरान पटना में हो गयी. पटना से शव पहुंचते ही आक्रोशित परिजनों ने मुआवजे को लेकर सादपुरा में टायर जला कर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों ने राहगीरों से बदसलूकी की. जाम से निकलने की कोशिश करनेवाले बाइक सवारों व ऑटो चालकों के साथ मारपीट भी की.
लाठी-डंडे से लैस दर्जनों युवक सड़क पर उतर कर आरोपित ट्रक चालक की गिरफ्तारी और मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. सूचना पर थानेदार मो. सुजाउद्दीन पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे समझने को तैयार नहीं थे. इस दौरान पुलिस टीम के साथ आक्रोशित लोगों धक्का-मुक्की भी की. इसके बाद अघोरिया बाजार चौक पर भी जाम कर दिया.
सोमवार की सुबह जख्मी हुए थे मो इश्तेखार : सादपुरानिवासी
मो इश्तेखार साइकिल पर कपड़ा लादकर गांव-गांव घूमकर बेचने का काम करते थे. सोमवार की सुबह भी वे घर से कपड़ा बेचने के लिए निकले थे. कच्ची-पक्की चौक पर अनियंत्रित ट्रक ने उसकी साइकिल में ठोकर मार दी थी. स्थानीय लोगों के जुटने के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग गया. परिजनों ने जख्मी इश्तेखार को इलाज के लिए उन्होंने पटना स्थित एक अस्पताल में मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया. इससे आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया. कहा, घटना के बाद पुलिस ने ट्रक तो जब्त किया, लेकिन चालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मृतक के भाई मो. इम्तेयाज के बयान पर सदर थाना में घायल होने की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
20 हजार के चेक पर नहीं माने परिजन, अघोरिया बाजार चौक दुबारा किया जाम : सादपुरा में सड़क जाम व हंगामे की सूचना पर मुसहरी सीओ नागेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिजनों ने 20 हजार रुपये का चेक दिया, तो वे चेक लेने से इनकार कर दिये. परिजन चार लाख रुपये मुआवजा लेने की जिद्द पर अड़े रहे. थानेदार व सीओर उनको समझाने की कोशिश किया, लेकिन आक्रोशित लोगों ने सादपुरा के बाद अघोरिया बाजार पहुंच कर चौतरफा जाम कर दिया. बाद में थानेदार ने काफी मशक्कत के बाद मृतक के परिजनों को समझा-बुझा कर जाम समाप्त कराया.
कपड़ा बेच कर छह बच्चों की करते थे परवरिश : मो इश्तेखार अपने पीछे पत्नी जहांआरा, चार पुत्री और दो पुत्र को छोड़ गये हैं. पति की मौत के बाद जहांआरा व उसके बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक के एक भी बच्चे की अबतक शादी नहीं हुई है. उसकी दो बेटी शादी के लायक हैं. पूरे परिवार की जिम्मेवारी मो. इश्तेखार के कंधों पर थी.