मुजफ्फरपुर : फूड प्वाइजिंग से बीमार बच्चे की शुक्रवार को सदर अस्पताल में मौत हो गयी. पटना में इस बच्चे ने जलजमाव के दौरान राहत शिविर में खाना खाया था. बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने समाहरणालय के समक्ष भारी हंगामा किया.
Advertisement
शव के साथ कलेक्ट्रेट में घुसने का किया प्रयास, एसडीओ से की धक्का-मुक्की
मुजफ्फरपुर : फूड प्वाइजिंग से बीमार बच्चे की शुक्रवार को सदर अस्पताल में मौत हो गयी. पटना में इस बच्चे ने जलजमाव के दौरान राहत शिविर में खाना खाया था. बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने समाहरणालय के समक्ष भारी हंगामा किया. उन्होंने शव के साथ कलेक्ट्रेट कैंपस में घुसने का प्रयास […]
उन्होंने शव के साथ कलेक्ट्रेट कैंपस में घुसने का प्रयास किया. गेट पर तैनात मजिस्ट्रेट व पुलिस बल ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं रुके. मौके पर पहुंचे क्यूआरटी प्रभारी प्रभारी का कॉलर पकड़ लिया. पुलिस के जवानों ने भीड़ हो हटाने के लिए डंडे उठाये, तो ग्रामीणों ने भी डंडा उठा लिया. सूचना पर पहुंचे एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार से भी आक्रोशित ग्रामीण उलझ गये. बाद में मजदूर वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधि मंडल जब मांगें लेकर डीएम से मिलने पहुंचा, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए.
डीएम से मिले आश्वासन के बाद ग्रामीण शव लेकर वापस लौट गये. मजदूर वर्कर्स यूनियन के महामंत्री बैद्यनाथ पंडित ने कहा कि बच्चे की मौत श्रम विभाग व सदर अस्पताल की लापरवाही के कारण हुई है. इस घटना की जांच कर दोषी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाये. मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा और अन्य बीमार बच्चों के इलाज की व्यवस्था की जाये.
इलाज में कोताही बरतने वाले डॉक्टर पर कार्रवाई करते हुए अस्पताल की कुव्यवस्था को दुरुस्त किया जाये. उन्होंने कहा डीएम ने तत्काल जो सहायता राशि विभिन्न योजना से उपलब्ध होती है और एंबुलेंस का खर्च मुहैया कराया है. प्रतिनिधि मंडल में देवेंद्र मांझी, राकेश मांझी, अर्जुन कुमार, विजय राम शामिल थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement