मुजफ्फरपुर : एनीमिया से बचाने के लिए बच्चों को पहली बार आयरन की आइएफए सिरप दिया जायेगा. आंगनबाड़ी केंद्रों से यह सिरप बच्चों को दिया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग ने सभी केंद्रों पर उनकी मांग के हिसाब से सिरप दे दिये हैं. हर उम्र के बच्चों के लिए सिरप की मात्रा अलग-अलग तय की गयी है.
एनीमिया से बचाव के लिए छह से 59 माह के बच्चों को हफ्ते में दो बार एक मिली लीटर दवा दी जायेगी. पांच से नौ वर्ष के उम्र के बच्चों को एक पिंक गोली और 10 से 19 वर्ष तक के बच्चों को हफ्ते में एक बार आईएफए की नीली गोली दी जायेगी. गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के चौथे महीने से राेज 180 दिनों तक आइएफए की एक लाल गोली दी जायेगी.
स्वस्थ जच्चा-बच्चा के लिए दिये जायेंगे टिप्स : जिला पोषण प्रबंधक और डायटीशियन सुषमा सुमन ने बताया कि स्वस्थ जच्चा-बच्चा के लिए आहार के बारे में बताया जायेगा. माताओं को बताया जायेगा कि पहले हजार दिन सही से ध्यान रखने पर बच्चों का मानसिक, बौद्धिक और शारीरिक विकास होता है. छह महीने के बच्चों को पूरी तरह पके चिकन के छोटे टुकड़े भी दिये जा सकते हैं.
आंगनबाड़ी सेविकाएं सेविकाएं घर-घर जाकर देंगी जानकारी :
पोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी सेविकाएं बतायेंगी कि गर्भावस्था से लेकर बच्चे के जन्म तक पहले हजार दिन उनक ख्याल कैसे रखा जाये. सेविकाएं केंद्र पर और घर-घर जाकर इसके बारे में जानकारी देंगी. आईसीडीएस डीपीओ ललिता कुमारी ने बताया कि सभी प्रखंडाें में यह कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. डायरिया से बचाव और स्वच्छता की जानकारी भी दी जायेगी.