मुजफ्फरपुर : कोल्हुआ पैगंबरपुर में तसव्वुर अली वक्फ स्टेट की जमीन पर जीडी गोयनका स्कूल का शिलान्यास करने आये वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशाद अली आजाद को काफी विरोध का सामना करना पड़ा. शिलान्यास स्थल के पास प्रदर्शन कर रहे सौ से अधिक लोगों ने शिलान्यास पट्ट को तोड़ दिया और कपड़े में आग लगा दी. उद्घाटन करने आ रहे चेयरमैन को खदेड़ दिया.
शिलान्यास पट्ट की ईंट भी उन पर फेंकी गयी. लोगों ने चेयरमैन व वक्फ बोर्ड के अधिकारियों को खदेड़ दिया. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने उनके अलावा वक्फ बोर्ड के अधिकारियों काे सुरक्षा में लेकर बाहर निकाला. वक्फ की जमीन को लीज पर दिये जाने से लोग काफी आक्रोशित थे. पुरुषों के अलावा महिलाएं भी विरोध करने सामने आयीं.
चेयरमैन वापस जाओ जैसे नारों के साथ लोग डटे रहे. लोगों को कहना था कि हमलोग गोली खाने को भी तैयार हैं, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे. करीब डेढ़ घंटे तक यहां अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही.
इससे पूर्व शिलान्यास स्थल से कुछ दूरी पर स्थित उद्घाटन समारोह स्थल पर वक्फ बोर्ड के अधिकारियों के साथ वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशाद अली आजाद पुलिस सुरक्षा में पहुंचे थे. चेयरमैन ने कहा कि यहां स्कूल खुलेगा तो कौम को फायदा होगा. स्कूल में 20 फीसदी बच्चों की नि:शुल्क पढ़ाई होगी. समाज के लोग जब शिक्षित होंगे, तभी समाज आगे बढ़ेगा.
सांसद महबूब अली खां ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी खुलने के समय भी लोगों ने ऐसे ही विरोध किया था. आज वह यूनिवर्सिटी मुकाम पर है. इस मौके पर वक्फ बोर्ड के ऑफिसर आरिफ रजा भी मौजूद थे.
आक्रोशितों ने कहा, बिना मोतवल्ली कैसे हुआ डीड
आक्रोशितों का कहना था कि तसव्वुर अली वक्फ स्टेट के माेतवल्ली सिकंदर अली को एक साल पहले जमीन बेचने के आरोप में वक्फ बोर्ड ने हटा दिया था. डीडी के अनुसार वक्फ काे दान में दिये तसव्वुर अली के परिवार में से ही किसी को मोतवल्ली नियुक्त किया जाना था. वक्फ की जमीन जरूरतमंदों के कल्याण के लिए होती है. जिस जगह वक्फ की जमीन है, उसका फायदा वहां के जरूरतमंदों को मिलना चाहिए.
नियम के अनुसार वक्फ के मोतवल्ली को ही डीड करने का अधिकार है, लेकिन इस जमीन को कारपोरेट के हाथ में दिया जा रहा है. इससे यहां के लोगों को काेई फायदा नहीं है. वक्फ की जमीन का बंदरबांट किया जा रहा है. आक्रोशित लोग चेयरमैन से बात करना चाहते थे
दोनों ओर से थी पुख्ता तैयारी
वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशाद अली अाजाद के समर्थकों व विरोधियों ने किसी भी स्थिति से निबटने की पूरी तैयारी की थी. कई ऑटो पर हॉकी स्टिक रखा था, लेकिन पुलिस की सूझबूझ के कारण किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई. लेकिन करीब दो घंटे तक कोल्हुआ का माहौल तनावपूर्ण रहा.
इस गांव के कई परिवारों के लोगों ने घरों के दरवाजे बंद रखे थे. अनहोनी की आशंका से बच्चों को घर के अंदर जाने को कहा जा रहा था. आक्रोशित लोगों ने जब शिलापट्ट तोड़ा, तो कुछ पल के अफरा-तफरी मच गयी. पुलिस ने किसी तरह वक्फ बोर्ड के अधिकारियों को बचाते हुए समारोह स्थल से बाहर निकाला.
- 100 से अधिक लोगों ने शिलान्यास स्थल पर जम कर किया प्रदर्शन
- वक्फ बोर्ड के खिलाफ लगाये नारे, कहा- गोली खाने को भी तैयार
- शिलान्यास स्थल पर पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने की धक्का-मुक्की
- शिलान्यास पट्ट की ईंट तोड़कर फेंकी, आवरण के कपड़े में लगायी आग
यहां वक्फ की जमीन में 15 करोड़ का घोटाला हो चुका है. यहां के पुराने मोतवल्ली को वक्फ बोर्ड ने हटा दिया. नियम के अनुसार उसे तसव्वुर अली के खानदान से किसी को मोतवल्ली नियुक्त करना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. अब वक्फ बोर्ड जमीन की बंदरबांट कर रहा है. इस कारण लोगों में आक्रोश है. जिस मोतवल्ली ने पहले घपला किया था, उस पर आपराधिक मामला बनता है. उस पर वक्फ बोर्ड ने कार्रवाई क्यों नहीं की. स्कूल को चार बीघा जमीन लीज पर कैसे दी गयी.
एसएस अली रिजवी, एडवोकेट
कानूनी तरीके से कोई बात की जाये, तो सुनी जा सकती है. ऐसे प्रदर्शन कर विरोध का कोई मतलब नहीं है. स्कूल से कौम को ही फायदा होगा. लोगों को यह बात समझनी चाहिए.
- इरशाद अली आजाद, चेयरमैन, शिया वक्फ बोर्ड
- कर्जा थाना क्षेत्र के भटौना नया टोला पुलिया की घटना