मुजफ्फरपुर: नक्सलियों के लिए सुरक्षित स्थल माने जाने वाले साहेबगंज के दियारा क्षेत्र में लोकतंत्र का झंडा फहराया. गंडक नदी के दियारे में बने बूथ पर सुबह से वोट डालने के लिए लंबी कतार लगी हुई थी.
खासकर महिलाओं में काफी उत्साह दिख रहा था. प्रचंड धूप में भी लोग घर से निकले. दोपहर में तो बूथ पर पुरुष दिखाई ही नहीं दे रहे थे. महिलाएं मोरचा संभाले हुए थी. बंगरा निजामत पंचायत से आगे बढ़ने पर दियारा में जाने पर एक बुजुर्ग मिलते हैं. काफी पूछने पर आधा अधूरा नाम बताया राम सेवक.
चुनाव के बारे में पूछने पर आत्मविश्वास के साथ कहते हैं, सर सब जगह के तरह यहां भी वोट गिर रहा है. कोनो डर भय नहीं है. इसी तरह बदनाम किये हुए हैं. नदी के ओ पार में कुछ गड़बड़ चलता था. अभी सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है. इस बात में दम तब दिखा जब हम लोग जंगल से घिरे राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय विशुनपुर चक पहाड़ के बूथ पर पहुंचे. निजर्न स्थान पर मतदाताओं का जोश परवान पर था. महिलाएं बच्च गोद में लेकर वोट करने पहुंची थी. यही स्थिति बंगरा गाछी टोला मतदान केंद्र का भी था. लोग बेखौफ मतदान के लिए लाइन में लगे हुए थे. शाम तीन बजे तक सड़कों पर मतदाताओं का आना-जाना लगा था.