संग्रामपुर. संग्रामपुर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या 6 और 7 के बीच से होकर गुजरने वाली सड़क पर वर्षों से जलजमाव की समस्या बनी हुई है. इससे परेशान स्थानीय लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से लेकर विधायक और सांसद तक नाला निर्माण की मांग रखी. लेकिन इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गयी. मंगलवार को स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत शुरू हुए मोनी मंदिर सड़क निर्माण कार्य का विरोध किया. ग्रामीणों का कहना था कि जबतक सड़क के साथ नाला का निर्माण नहीं कराया जायेगा, तबतक सड़क निर्माण कार्य नहीं होने देंगे. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि बिना नाली बने सड़क का निर्माण कराना सिर्फ दिखावा है. कुछ ही महीनों में सड़क पर फिर से पानी जमा होने लगेगा और स्थिति पहले जैसी हो जायेगी. ग्रामीणों ने कहा कि बरसात के दिनों में सड़क जलमग्न हो जाती है, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी होती है. स्थानीय ग्रामीण सुधीर कुमार यादव, मिथिलेश कुमार यादव, दीपक कुमार, शकुंतला देवी, सन्नी कुमार, कुंदन कुमार और आशा देवी सहित दर्जनों लोगों ने एक स्वर में कहा कि पिछले 25 वर्षों से वे जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं. अब सड़क का निर्माण किया जा रहा है तो नाला का निर्माण भी कराया जाय. ग्रामीणों ने कहा कि कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला. लेकिन कोई पहल नहीं की गई. वार्ड संख्या 6 के पार्षद राजेश केसरी ने ग्रामीणों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि पहले नाला निर्माण होना जरूरी है, तभी जलजमाव की समस्या से राहत मिलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

