मुंगेर
मुंगेर विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मियों और छात्र-छात्राओं के प्रतिनिधियों के चयन को लेकर छात्र संघ और सीनेट चुनाव अब तक नहीं हो पाया है. जबकि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र लगातार लेट होता जा रहा है.छात्र संघ व सीनेट चुनाव अबतक लंबित
एमयू के शिक्षक एवं कर्मियों के लिये आरंभ से ही सीनेट चुनाव प्रमुख मांग रही. जिसे लेकर 2024 में एमयू का सीनेट बैठक भी नहीं हो पाया था. इसके अतिरिक्त छात्र संघ चुनाव भी विद्यार्थियों और छात्र नेताओं की प्रमुख मांग आरंभ से रहा, लेकिन सालों बाद भी अबतक सीनेट व छात्र संघ चुनाव लंबित पड़ा है. हद तो यह है कि अब एमयू में छात्र संघ व सीनेट चुनाव के मांग की आवाज भी पूरी तरह बंद हो चुकी है. जबकि एमयू के शिक्षक व कर्मी सहित खुद विद्यार्थी अपना प्रतिनिधि नहीं होने के कारण अपनी मांगों को विश्वविद्यालय के समक्ष रखने में सक्षम नहीं हो पा रहे.शैक्षणिक सत्र लगातार हो रहे लेट
एमयू प्रशासन भले ही आरंभ से गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का दावा कर रहा है. जबकि एमयू के शैक्षणिक सत्र लगातार लेट हो रहे हैं. एमयू में सत्रों के विलंब की स्थिति को केवल इसी से समझा जा सकता है कि पीएचडी जैसे सत्र तक एमयू में लगभग 6 माह से अधिक विलंब से चल रहा है. बता दें कि एमयू का पीएचडी का पहला सत्र 2023 में ही आरंभ हुआ. जबकि एक साल बाद भी अबतक पहले सत्र सभी विषयों की पीजीआरसी नहीं कर पाया है. जबकि एक साल बाद भी एमयू के शोधार्थियों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है. इसके अतिरिक्त पीजी व स्नातक के सत्र भी एमयू में लगभग दो माह विलंब से चल रहे हैं.कहते हैं डीएसडब्लूय
डीएसडब्लूय प्रो. देवराज सुमन ने बताया कि सीनेट चुनाव को लेकर कुलपति से वार्ता की गयी है. जल्द ही इसे लेकर सूचना जारी कर दी जायेगी. वहीं सत्रों को नियमित करने के लिये प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही सत्रों को नियमित कर लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है