मुंगेर. कवि व लेखक शाह मोहम्मद सिद्दीकी द्वारा लिखित पुस्तक कतरा-कतरा समंदर का विमोचन मंगलवार को रहबर उर्दू लाइब्रेरी में हुआ. विमोचन बिहार, झारखंड, उड़ीसा व पश्चिम बंगाल के अमिर-ए-शरियत हजरत मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता उर्दू सरकील के अध्यक्ष इरफान अहमद व संचालन एहतेशाम आलम में किया. हजरत फैसल रहमानी ने कहा कि लेखक शाह मोहम्मद सिद्दीकी साहब का रिश्ता हमारे दादा, हमारे पिताजी तथा आज मुझसे है. आज उनके द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन करना बड़ी बात है. मैं समझता हूं किसी भी लेखक के लिए अपने पूरे जीवनकाल में जिंदगी के उतार चढ़ाव, छोटी बड़ी घटनाओं को पुस्तक के रूप में लाकर उसे संवारने का काम करती है. यह पुस्तक आम जनमानस के बीच नई पीढ़ियों तक पहुंचे, ताकि नई पीढ़ी पढ़ कर इससे लाभ ले सके. लाइब्रेरी के उपाध्यक्ष जफर अहमद ने कहा कि कतरा कतरा समंदर पुस्तक का विमोचन होना हम सबके लिए तथा नई पीढ़ियां के लिए अलग पहचान देने का काम करेगी. डॉ हुसैन, खालिद शम्स, डॉक्टर गजाली हलाल, ज्योति कुमार सिंहा, शमिम उल्लाह, इम्तियाज रहमानी, मौलाना सालेहीन रहमानी, अब्दुल्लाह बुखारी ने कहा की यह पुस्तक बिहार के कोने-कोने तक पहुंच कर एक अपनी पहचान बनाएगी और आने वाले नई पीढ़ियों के लिए रास्ता बनाऐगी. मौके पर हैरत हयात, अब्दुल्लाह अब्बासी, रइस उर रजा, साकिब शहजादा, अंजुम हसन, ज़ुबैर अहमद, एहतेशाम रहमानी आदि मौजूद थे.
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