मुंगेर. राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय मुंगेर में विज्ञान, तकनीकी व तकनीकी शिक्षा विभाग और आईआईटी रुड़की आई-हब दिव्यसंपर्क द्वारा छात्रों के लिए चार दिवसीय ऑनलाइन छात्र विकास कार्यक्रम रविवार को संपन्न हो गया. जिसका मुख्य उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोगों पर आधारित विभिन्न तकनीकी उपकरणों पर छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करना था. इन उपकरणों का अधिष्ठापन महाविद्यालय के इमर्जिंग टेक्नोलॉजी प्रयोगशाला में किया गया, ताकि छात्रों के तकनीकी कौशल को और अधिक विकसित किया जा सके. महाविद्यालय में प्राचार्य डा. आलोक कुमार ने बताया कि आईआईटी रुड़की आई-हब दिव्यसंपर्क व विज्ञान, तकनीकी व तकनीकी शिक्षा, बिहार सरकार के सहयोग से इमर्जिंग टेक्नोलॉजी प्रयोगशाला की स्थापना की गयी है. जहां मुख्य प्रशिक्षक रवि तेजा और अभिनव थे. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को नवीनतम तकनीक व रोजगारपरक कौशल विकास में मदद मिलेगी. इस दौरान छात्रों के बीच क्विज का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण व इमर्जिंग टेक्नोलॉजी प्रयोगशाला के अधिष्ठापन में कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ. गोविंद कुमार झा और प्रयोगशाला के नोडल पदाधिकारी प्रो. गोपाल कृष्ण की महत्वपूर्ण भूमिका रही. इस दौरान विद्यार्थियों को इमर्जिंग टेक्नोलॉजी प्रयोगशाला के अंतर्गत एआई आधारित साक्षात्कार ऐप, क्रॉप डिजीज डिटेक्शन, रासबेरी पाई, ऑर्डिनो, 5जी तकनीक, औद्योगिक प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस, एआई हेलमेट डिटेक्शन आदि उपकरणों पर भी प्रशिक्षण दिया गया. मौके पर डॉ. पवन कुमार मंडल, प्रो. ज़ियाउल हक आदि मौजूद थे.
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