प्रतिनिधि, मुंगेर मुंगेर विश्वविद्यालय में एक बार फिर लाइजनिंग ऑफिसर रखने का मामला चर्चा में आ गया है, क्योंकि विश्वविद्यालय में 28 मार्च को आयोजित सिंडिकेट बैठक में राजभवन, शिक्षा विभाग आदि से संपर्क स्थापित कर विश्वविद्यालय के कार्यों को पूर्ण करने के लिए लाइजनिंग ऑफिसर को 35 हजार रुपये प्रतिमाह देने का निर्णय लिया गया है. बता दें कि पूर्व कुलपति प्रो श्यामा राय का कार्यकाल समाप्त होने के बाद एलएनएमयू, दरभंगा के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी को राजभवन ने एमयू के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया था. वहीं प्रभार लेने के बाद प्रभारी कुलपति ने विश्वविद्यालय में लाइजनिंग ऑफिसर के रूप में संजीव कुमार सिंह को रखने के लिए राजभवन से स्वीकृति मांगी थी, लेकिन राजभवन द्वारा लाइजनिंग ऑफिसर रखने की स्वीकृति नहीं दी गयी. इसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. इस बीच 16 फरवरी को कुलपति प्रो संजय कुमार ने पदभार ग्रहण किया और 28 मार्च को विश्वविद्यालय में सिंडिकेट की बैठक आयोजित की गयी. इसमें राजभवन, शिक्षा विभाग, बीएसईआइडीसी आदि से विश्वविद्यालय के कार्यों को संपन्न कराने को लेकर लाइजनिंग ऑफिसर रखने का एजेंडा शामिल किया गया. सिंडिकेट बैठक में निर्णय लिया गया है कि विश्वविद्यालय के लाइजनिंग ऑफिसर को विश्वविद्यालय के आंतरिक मद से प्रतिमाह 35 हजार रुपये दिया जायेगा. हालांकि इसे लेकर कुलपति के ओएसडी प्रो प्रियरंजन तिवारी ने बताया कि पूर्व में प्रभारी कुलपति के पास नीतिगत निर्णय लेने का अधिकारी राजभवन से प्राप्त नहीं था. वहीं अब विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा राजभवन या विभाग से लंबित विश्वविद्यालय के कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए लाइजनिंग ऑफिसर रखने का निर्णय लिया गया है.
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