मुंगेर. गीता परिवार मुंगेर ईकाई द्वारा संकट मोचन हनुमान मंदिर बेकापुर किराना पट्टी में गीता जयंती का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. सामाजिक कार्यकर्ता पंडित कौशल किशोर पाठक ने इस पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि माह मार्गशीर्ष के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि मोक्षदा एकादशी के दिन ही भगवान श्रीकृष्णा ने अर्जुन को गीता का उपदेश सुनाया था. गीता की विवेचना करते हुए उन्होंने कहा कि गीता भगवान श्रीकृष्ण के विचार संग्रह का सार है. प्रभु के मुख कमल से निकली यह गीता ऐसी औषधि है, जिसके सेवन से मानव मन के आंतरिक विचारों और विकारों का शुद्धीकरण होकर जीवन का यथार्थ मार्ग प्रशस्त हो जाता है. मानव जीवन के लिए सभी शास्त्रों में सबसे बड़ा पथ प्रदर्शिका यदि कोई है तो निश्चित रूप से गीता ही है. जीवन का ऐसा कोई प्रश्न या समस्या नहीं, जिसका समाधान गीता में निहित न हो. विषाद से प्रसाद की यात्रा, भोग से योग की यात्रा और प्रमाद से आल्हाद की यात्रा कराने वाला ग्रंथ गीता ही है. गीता ग्रंथ रत्न है. इस अवसर पर जगत के कल्याणार्थ सर्वे: भवंतु सुखिनः का भाव लेकर उपस्थित जनसमुदाय ने गीता के विभिन्न अध्यायों का सामूहिक पाठ किया. मौके पर संतोष कुमार झा, पंकज रंजन, अरविंद केशरी, गीतारविंद केशरी, पंडित नीरज कुमार मिश्रा उर्फ जीवन मिश्रा, रणवीर कुमार सिंह, कुमकुम पाठक, प्रियंवदा मिश्रा, संजय कुमार मिश्रा, विशाल केसरी, धनंजय कुमार, रमन कुमार, ब्यूटी कुमारी, नूतन मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे.
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