प्रतिनिधि, मुंगेर.
लंबे इंतजार के बाद बुधवार की दोपहर पूर्ण रूप से सदर अस्पताल प्रबंधन ने इमरजेंसी वार्ड को मॉडल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया. हालांकि पहले दिन नये अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड शिफ्ट होने से अफरा-तफरी मची रही. जबकि इस दौरान ग्रीन जोन और ट्राइज में पहले दिन मरीजों का उपचार किया गया. वहीं गुरुवार को अंदर बने आठ बेड के येलो और रेड जोन वाले बेडों पर मरीजों का उपचार उनके बीमारियों के आधार पर किया जायेगा.दोपहर 12 बजे शिफ्ट हुआ इमरजेंसी वार्ड
अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार दोपहर 12 बजे इमरजेंसी वार्ड को मॉडल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया. वहीं अचानक हुई शिफ्टिंग के बाद मॉडल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लगभग एक घंटे तक अफरा-तफरी मची रही. वैसे तो रजिस्ट्रेशन काउंटर के बगल में बने ट्राइज वार्ड में दो बेड पर मरीजों को उनके बीमारियों के आधार पर भर्ती किया जाना था, लेकिन अफरा-तफरी के बीच ट्राइज वार्ड में तीन बेड पर मरीजों को भर्ती किया गया. इसके बाद बने ग्रीन जोन में भी तीन बेड पर सामान्य मरीजों के साथ गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया. इससे मरीज, उनके परिजनों के साथ खुद स्वास्थ्य कर्मियों में उहापोह की स्थिति बनी रही. पहले दिन मॉडल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के शिफ्ट होने पर सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ हर्षवर्धन ने दोपहर 12 बजे से अपराह्न 2 बजे तक कुल 30 मरीजों का इलाज किया. पहले दिन ग्रीन जोन व ट्राइज में मरीजों का उपचार हुआ.कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ रमन कुमार ने बताया कि पहले दिन इमरजेंसी वार्ड शिफ्ट होने के कारण थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन बाद में सभी कार्य सामान्य रूप से संचालित किया गया. गुरुवार से अंदर बने 8 बेड पर भी मरीजों को उनके बीमारियों के आधार पर भर्ती किया जाएगा. उन्होंने बताया कि ओपीडी सेवा आरंभ होने में अभी कुछ समय लगेगा. बांकी कार्य पूर्ण होने के बाद ओपीडी सेवा भी आरंभ कर दी जायेगी. इसके बाद अन्य सेवाओं को भी मॉडल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है