– शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर होनी है बैठक में चर्चा- जून माह में ही शिक्षा विभाग द्वारा रोस्टर भेजने का दिया गया निर्देश
मुंगेर————————
शिक्षा विभाग के आदेशों को लेकर मुंगेर विश्वविद्यालय का उदासीन रवैया अब विश्वविद्यालय के लिए परेशानी बढ़ाने वाला है, क्योंकि सरकार पारंपरिक विश्वविद्यालय में शिक्षक एवं कर्मियों की कमी को पूरा करने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ करने की तैयारी में है. जिसके लिये जून माह में ही शिक्षा विभाग द्वारा सभी कुलपतियों को पत्र भेजकर शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों का रोस्टर विभाग को देने का निर्देश दिया गया था, लेकिन तीन माह बाद भी एमयू अपने 17 अंगीभूत कॉलेजों के लिए अबतक शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों का रोस्टर तैयार नहीं कर पाया है. जबकि 18 सितंबर को शिक्षा विभाग पटना में इसे लेकर बैठक होनी है.बता दें कि जून 2025 में शिक्षा विभाग ने मुंगेर विश्वविद्यालय से सभी अंगीभूत कॉलेजों में शिक्षक व कर्मियों का रोस्टर मांगा. जिसमें कॉलेजों में शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के कुल स्वीकृत पद, कार्यरत शिक्षक व कर्मी सहित रिक्त पदों के साथ रोस्टर मांगा गया. जिसे लेकर जून माह में ही एमयू ने अपने सभी अंगीभूत कॉलेजों के प्राचार्य को पत्र भेजकर उक्त जानकारी विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.
18 को शिक्षा विभाग की बैठक, अबतक तैयार नहीं है रोस्टर
बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयों की बैठक 18 सितंबर को पटना में किया जायेगा. जिसमें शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के रोस्टर को लेकर चर्चा होनी है, क्योंकि शिक्षा विभाग जल्द ही शिक्षक एवं कर्मियों की नियुक्ति आरंभ करने की तैयारी कर रहा है, लेकिन विश्वविद्यालय अबतक अपना रोस्टर तैयार नहीं कर पाया है. ऐसे में अब 18 सितंबर को पटना में होने वाले शिक्षा विभाग की बैठक में विश्वविद्यालय के लिये परेशानी बढ़ने वाली है.
नये रोस्टर में बढ़ना है स्वीकृत सीट व कार्यरत शिक्षकों की संख्या
बता दें कि विश्वविद्यालय के 17 अंगीभूत कॉलेजों में पूर्व से शिक्षक के 472 स्वीकृत पद है. जबकि साल 2023 में सीबीसीएस कोर्स आरंभ होने के बाद इसमें इनवाइरोमेंटर साइंस के 17 पद बढ़ गये हैं. वहीं विश्वविद्यालय के 20 पीजी विभागों के लिए शिक्षकों के 120 पदों की स्वीकृति भी मिल चुकी है. जिसके बाद अब विश्वविद्यालय को शिक्षकों के लिए कुल 609 पदों का रोस्टर तैयार करना है. जिसपर वर्तमान में 259 शिक्षक ही कार्यरत हैं. वहीं एमयू में साल 2023 के रिर्पोट के अनुसार 17 अंगीभूत कॉलेजों में तृतीय वर्ग श्रेणी के शिक्षकेत्तर कर्मियों की कुल स्वीकृत पदों की संख्या 388 है. जिसके विरुद्ध साल 2023 तक कुल कार्यरत शिक्षकेत्तर कर्मियों की संख्या 130 थी. जबकि कुल रिक्त पद की संख्या 258 थी. वहीं 17 अंगीभूत कॉलेजों में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग श्रेणी के कुल 199 कर्मी कार्यरत हैं. इसके अतिरिक्त अब विश्वविद्याल को अपने 20 पीजी विभागों के लिए 45 शिक्षकेत्तर कर्मियों के पदों की स्वीकृति भी मिली है. जिसका रोस्टर भी तैयार करना है.
कहते हैं डिप्टी रजिस्ट्रार
डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ अंशु कुमार राय ने बताया कि शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के रोस्टर तैयार करने को लेकर अलग-अलग कमिटी बनी है. जिनके द्वारा रोस्टर तैयार किया जा रहा है.
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