मुंगेर.
जनता के दरबार में जिलाधिकारी कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जिलाधिकारी निखिल धनराज निप्पाणीकर ने 50 से अधिक लोंगो की शिकायतों को सुनी और उनके आवेदन पर ऑन द स्पाॅट निष्पादन के लिए संबंधित पदाधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया. वे खुद परिवादियों के पास पहुंचकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए और उनके समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. जनता दरबार में बेनीगीर निवासी विजय शर्मा ने अपने जमीन पर पड़ोसी द्वारा जबरन कब्जा करने तथा दीवाल देने की शिकायत की गयी. जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल मुंगेर के अंचलाधिकारी से फोन कर उनके आवेदन पर जांचोपरांत उचित कार्रवाई के निर्देश दिया. लड़ैयाटांड़ निवासी पूजा कुमारी ने कहा कि उनके पति नल जल योजना के तहत लगे समरसेबुल पंप में आपॅरेटर का काम करता था तथा उन्हें उसका मेहनताना भी मिलता था. उनकी मृत्यु के पश्चात वे यह कार्य कर रही है, परन्तु उनके पति को मिलने वाले मेहनताना उन्हें नहीं दिया जा रहा है. हरिणमार निवासी संगीता देवी ने कहा कि वह जिस पंचायत में रहती हैं, वहां हर साल बाढ़ से प्रभावित होने के बाद बाढ़ राहत की राशि उनके पति के खाते में मिलती थी, परन्तु अब उनके पति की मृत्यु हो गयी है और वह राशि उनके खाते में नहीं आती. उन्होंने जिलाधिकारी से अपने पति के स्थान पर अपना खाता जोड़ने की बात कही. मुंगेर शहर के नीलम चौक निवासी शेख कलाम ने कहा कि उनके घर के मुख्य द्वार के सामने ही बिजली का ट्राँसफाॅर्मर लगा हुआ है, जिसके कारण प्रायः उन्हें विद्युत स्पर्शाघात सहित अन्य खतरों के बीच रहना पड़ता है. उन्होंने जिलाधिकारी से ट्रांसफाॅर्मर हटाने की मांग की. छोटी केलाबाड़ी निवासी विनोद कुमार ने भी बाढ़ राहत कोष की राशि में वार्ड पार्षद द्वारा अनियमितता बरतने तथा उनके खाते में राशि नहीं आने की शिकायत की. जिलाधिकारी ने इसके अलावे मनरेगा जाॅब कार्ड के लगभग एक दर्जन से अधिक परिवादियों सहित अन्य सभी लोगों की भी जनशिकायतों से रूबरू हुए. उन्होंने सभी आवेदनों पर तत्काल ही संबंधित पदाधिकारियों से दूरभाष पर बात कर आवेदनों की जांचोपरांत कार्रवाई करने का निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

