मुंगेर ———————- कामरेड वकील प्रसाद यादव की 7 वीं पुण्यतिथि किला परिसर स्थित सीपीआई कार्यालय में मंगलवार को कामरेड सेनापति मिश्र की अध्यक्षता में मनाया गया. उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित नमन किया और एक मिनट का मौन धारण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम की शुरूआत कामरेड दिलीप कुमार द्वारा वकील प्रसाद यादव के जीवन, संघर्ष और संगठनात्मक भूमिका के संक्षिप्त परिचय से हुई. उन्होंने कहा कि वे केवल एक कार्यकर्ता नहीं, बल्कि विचार और व्यवहार की एकता का प्रतीक थे. जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन मजदूरों और मेहनतकशों के हक की लड़ाई में समर्पित कर दिया. कामरेड मुरारी ने उनके साथ जुड़े अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी संगठन और आंदोलन के प्रति अडिग रहे. एटक राज्य कमेटी सदस्य अमरनाथ कहा कि कम्युनिस्ट होना केवल पार्टी की सदस्यता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शोषण और अन्याय के विरुद्ध आजीवन संघर्ष, मेहनतकश जनता के प्रति अटूट निष्ठा, सादगीपूर्ण जीवन और सिद्धांत व व्यवहार की एकता का नाम है. वकील प्रसाद यादव अपने पूरे जीवन में इन मूल्यों की जीवंत मिसाल रहे. अर्जुन बिहारी ने उनके साथ बिताये गये जेल यात्रा का भावुक वर्णन किया. कामरेड शमशुल, डेना देवी, पार्वती देवी, कुन्दन कुमार सिंह, दीपक मानकर सहित अन्य साथियों ने भी अपने विचार रखे.
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