IPS Swarn Prabhat: बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. गुरुवार को बजट सत्र का 5वां दिन था. सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू हुई. इस दौरान सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर जोरदार हंगामा हुआ. सत्र के दौरान मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात की खूब चर्चा हुई. वे सदन में छा गए. भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने विपक्ष को घेरते हुए एसपी स्वर्ण प्रभात की जमकर तारीफ की. विधायक पवन जायसवाल ने कहा,”इनके (आरजेडी) समय जंगलराज था. सीएम हाउस में अपराधी बैठते थे. अपहरणकर्ता को संरक्षण मिलता था. सुशासन की सरकार में अपराधियों की कोई जगह नहीं है. जाइए मोतिहारी में… स्वर्ण प्रभात एसपी हैं. एक दिन में 200-200 घर की कुर्की जब्ती होती है.” अब मोतिहारी एसपी चर्चा में हैं. ऐसे में हम आपको आज बताने जा रहे हैं आईपीएस स्वर्ण प्रभात के बारे में जनका नाम सुनकर अपराधी थर-थर कांपता है.
यूपीएससी में हासिल की 105वीं रैंक
बता दें, स्वर्ण प्रभात 2017 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पद पर कार्यरत हैं. उनका जन्म भोजपुर जिले के तरारी प्रखंड के मोआप कला गांव में हुआ था. स्वर्ण प्रभात ने आईआईटी खड़गपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है और यूपीएससी की परीक्षा में 105वीं रैंक हासिल की थी. आईपीएस बनने से पहले वे माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनी में कार्यरत थे.
सितंबर 2024 में बने मोतिहारी एसपी
स्वर्ण प्रभात ने गोपालगंज जिले में एसपी के रूप में कार्य करते हुए अपराधियों के बीच खौफ पैदा किया था. उनके सख्त एक्शन की वजह से अपराधी थर-थर कांपते थे. गोपालगंज में उनके कार्यकाल के दौरान कई बड़े शराब माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजा गया था. सितंबर 2024 में स्वर्ण प्रभात को मोतिहारी का एसपी नियुक्त किया गया. उनके कार्यकाल में मादक पदार्थ की तस्करी, जमीन माफिया, बालू माफिया और शराब माफिया पर कड़ी नजर रखी गई है. नेपाल सीमा से सटे इस जिले में तस्करी की चुनौतियों का सामना करते हुए, उन्होंने खुफिया तंत्र को मजबूत किया है.
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