Motihari: मोतिहारी. ग्रामीण कृषि मौसम सेवा व भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 09-12 अक्टूबर पूर्वानुमानित अवधि में आमतौर पर मौसम के शुष्क बने रहने की सम्भावना है.इस अवधी में अधिकतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 8 से 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा चलने की संभावना है. ऊचॉस खेतों में अगात रवी फसलों की बुआई के लिए वर्षा उपरान्त खेतों की तैयारी शुरु करें. गोबर की सठी खाद 150-200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से पुरे खेत में अच्छी प्रकार विखेरकर एवं जुताई कर मिला दें.
शरदकालीन गन्ना, मसूर, मटर, राजमा की करें खेती
शरदकालीन गन्ना, मसूर, मटर, राजमा, मेथी, लहसुन, धनियाँ, राई एवं सुर्यमुखी फसलों के समय से बुआई के लिए वर्षा उपरान्त खेतों की तैयारी शुरु करें। खेत से सटे मेड़ों, नालों एवं आस-पास के रास्तों में उगे अवांछित जंगलो की साफ-सफाई अवष्य करे, ताकि इन जंगलों में छिपे कीट व रोगों के कारक आदी सम्पूर्ण रुप से नष्ट हो जाए. गोबर की सही खाद 150-200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से पुरे खेत में अच्छी प्रकार विखेरकर एवं जुताई कर मिला दें.गंधी बग कीट की करें निगरानी
धान की फसल जो दुग्धाअवस्था में आ गयी हो उसमें गंधी बग कीट की निगरानी करें. इस कीट के प्रौढ दोनों पौधों के बालियों का रस चुसना प्रारंभ कर देती हैं जिससे दाने खोखले एवं हल्के हो जाते हैं तथा छिलका का रंग सफेद हो जाता है. दुग्धावस्था में यह पौधों को अधिक क्षति पहुंचाती है जिससे उपज में काफी कमी होता है. इसकी संख्या जब अधिक हो जाती है तो एक-एक बाल पर कई कीट बैठे मिलते है। इसके नियंत्रण के लिए फॉलीडाल 10 प्रतिशत धूल का प्रति हेक्टेयर 10-15 किलोग्राम की दर से भूरकाव करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

