Motihari: मोतिहारी.‘पर्यावरणीय तनाव के प्रति अनुकूलन : जीन से खेत तक विषय पर व्याख्यान का आयोजन केविवि में किया गया. सीएसआईआर–आईएचबीटी, पालमपुर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजीव कुमार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए. डॉ. कुमार ने कहा कि प्राकृतिक परिवेश में पौधों को अनेक प्रकार के जैविक और अजैविक तनावों का सामना करना पड़ता है.इन चुनौतियों से निपटने के लिए पौधों में विकसित हुई अनुकूलन रणनीतियों का वैज्ञानिक अध्ययन न केवल हमारी बौद्धिक जिज्ञासा को संतुष्ट करता है, बल्कि खाद्य सुरक्षा और सतत कृषि के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. जीवन विज्ञान संकाय के डीन प्रो. प्रणवीर सिंह कहा, जीवन विज्ञान में शोध तभी सार्थक है, जब उसका लाभ समाज को प्रत्यक्ष रूप से मिले.जैव प्रौद्योगिकी विभागाध्यक्ष प्रो. आनंद प्रकाश ने कहा कि “डॉ. कुमार जैसे वैज्ञानिक हमारे छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत है. प्रो. बृजेश पांडेय ने कहा कि “यह व्याख्यान हमारे विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी रहा. कार्यक्रम का संचालन एम.ए.सी. की छात्रा रितिका पांडेय ने किया. इस अवसर पर संकाय के सभी शिक्षकगण—डॉ. अतुल भार्गव, डॉ. सतरुद्र प्रताप सिंह, डॉ. सौरभ सिंह राठौर, डॉ. शशिकांत राय, डॉ. अमित रंजन, डॉ. दुर्गेश्वर सिंह एवं डॉ. बुद्धि प्रकाश जैन उपस्थित रहे। जीवन विज्ञान संकाय के छात्र–छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए व्याख्यान से महत्वपूर्ण ज्ञान अर्जित किया और प्रश्नोत्तर सत्र में अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी प्राप्त किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

