Human trafficking: मोतिहारी. पूर्वी चंपारण जिले से सटे भारत नेपाल बॉर्डर पर मानव तस्कर के चंगुल से शनिवार को दो नेपाली लड़कियों का रेस्क्यू किया गया. साथ ही पांच मानव तस्कर को गिरफ़्तार किया गया है, जिसमे 2 महिला भी शामिल हैं. गिरफ्तार लोगों में सुगंती देवी, आशा देवी, दिनेश साह, संतोष कुमार और संजीत कुमार शामिल हैं. मानव तस्कर नेटवर्क नए-नए तरकीब से लड़कियों को अपने जाल में फांसाने में जुटी हैं.
यूपी ले जाने की थी तैयारी
जानकारी के अनुसार मानव तस्करों ने इन लड़कियों को इंची टेप से नापी कर वीडियो बनाया और अपने अलाकमान को भेजा. फिर बिहार के छपरा में लक्ष्मी पूजा पर बैठाने के बहाने नेपाल से रक्सौल बुलाया. लड़कियों को उत्तरप्रदेश के कुशीनगर ले जाया जा रहा था, तभी एसएसबी 47 बटालियन पनटोका (रक्सौल) के इंस्पेक्टर विकास कुमार एवं पूर्वी चंपारण प्रयास जुबेनाइल के साथ संयुक्त अभियान के तहत रक्सौल के बट्टा चौक से स्कॉर्पियो गाड़ी से लड़कियों को रेस्क्यू किया गया. उसके बाद उनसे पूछताछ की गई.
लड़कियों का बनाया गया था वीडियो
नेपाली लड़कियों ने बताया हमारे जीजा के दोस्त नेपाल निवासी दिनेश शाह और संजीत कुमार यादव के जरिए बिहार के छपरा में लक्ष्मी पूजा पर बैठाने के लिए ले जाया जा रहा है, जहां एक दिन बाद नेपाल हमारे घर लौटा देने की बात बताए हैं. जिसके लिए हमें 15000 देने की बात कही गई है. साथ ही नेपाली लड़कियों ने बताया इन लोगों ने पूजा पर बैठाने के लिए पहले हमारा शरीर का इंची टेप से नापी करते हुए वीडियो बनाया.पूर्वी चंपारण प्रयास जूविनाइल और सेंटर के जरिए दोनों नेपाली लड़कियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि हमें पता था सिर्फ इतना पता था कि छपरा जाना है. रक्सौल आने के बाद महिलाओं के जरिए उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जाने की बात कही गई.
बिहार से यूपी तक फैला है रैकेट
लड़कियों ने बताया कि उनका वीडियो बनाकर दिनेश साह को भेजा गया था. दिनेश साह के जरिए बिहार के छपरा जिला निवासी राजेश कुमार एवं संजीत कुमार को भेजा गया. फिर राजेश कुमार एवं संजीत कुमार ने यूपी के कुशीनगर के रहने वाला सिराज खान नामक शख्स के मोबाइल पर भेजा. वहीं राजेश कुमार एवं संजीत कुमार के मोबाइल पर कई जगहों से लड़कियों का वीडियो लागातर आ रहा था. इस वीडियो को वो सिराज खान को भेज रहे थे. सभी प्रक्रिया पूरा होने के बाद छपरा के रहने वाला राजेश कुमार एवं संजीत कुमार ने अपने साथ दो महिलाओं को अपने साथ लाया. जिन महिलाओं को इन लड़कियों को अपने साथ लेकर कुशीनगर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी.
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