छौड़ादानो . बीते शनिवार को महुआवा पंचायत के मौजा परसा और महुआवा का अंचल खेसरा पंजी की मूल प्रति के साथ हिरासत में लिए गए बिचौलिया प्रमोद कुमार और राजस्व कर्मचारी कुमुद रंजन के विरुद्ध सीओ ऋषभ सिंह यादव के आवेदन के आलोक में स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जिला पुलिस कार्यालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की है. प्रमोद कुमार महुआवा थाना क्षेत्र के पंचपोखरिया गांव निवासी लालाबाबू राय का पुत्र बताया जाता है. वहीं पंचायत का राजस्व कर्मचारी कुमुद रंजन सिंह वैशाली जिला के बिदुपुर थाना अन्तर्गत बिहवापुर गांव का रहने वाला है. कर्मचारी कुमुद रंजन पर सरकारी दस्तावेज का गबन कर बिचौलिया को उपलब्ध कराने का आरोप है. वहीं बिचौलिया प्रमोद कुमार पर अनाधिकृत रूप से सरकारी दस्तावेज रखने और उसका फोटो कॉपी कराने का आरोप है. क्षेत्र में यह चर्चा आम है कि अंचल में भू-माफियाओं का काफी प्रभाव है. वहीं आम जनता राजस्व कर्मचारियों और उनके अघोषित अटर्नी (दलालों) से त्रस्त है. बिना पैसे दिए कोई भी काम सम्भव नहीं है. इस पर भी अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते चप्पल घींस जाते हैं. वहीं पैसे के जोर पर भू-माफिया इनसे मनमाना काम करा लेते हैं. दूसरे की जमीन को भी अपने खाता में डलवा लेते हैं. बताते चलें की इससे पूर्व खैरवा पंचायत के राजस्व कर्मचारी को रजिस्टर 2 में हेरफेर कर पूर्व मंत्री सह नरकटिया विधायक डॉ शमीम अहमद के परिवार की जमीन को किसी अन्य के खाते में दर्ज कर देने के आरोप में जेल जाना पड़ा था. मामले में उच्चस्तरीय जांच के बाद तत्कालीन सीओ के विरुद्ध भी निलम्बन कार्रवाई हुई थी. बीच में भी ऐसे मामले चर्चा में थे. लेकिन दबा दिए गए. इन घटनाओं से अंचल में दलालों के गहरे प्रभाव का पता चलता है. बहरहाल शनिवार की घटना के सम्बन्ध में बताते चलें कि महुआवा पंचायत के परसा और महुआवा मौजा के खेसरा पंजी की मूल प्रति के साथ राजस्व कर्मचारी कुमुद रंजन सिंह के कथित अटर्नी(दलाल) प्रमोद कुमार यादव को स्थानीय लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया था. जब वह रजिस्ट्री ऑफिस के समीप स्थित एक साइबर कैफे में इन कागजातों का अवैध ढंग से फोटो स्टेट कॉपी कराने पहुंचा था.
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