घोघरडीहा. सांगी पंचायत अंतर्गत वार्ड 12, महुलिया मुस्लिम टोल में शुक्रवार की देर रात भीषण आग लग गयी. घटना से गांव में अफरातफरी मच गयी. इस दौरान आग की चपेट में ओन से जुम्मन अंसारी व मुर्तुजा अंसारी का आवासीय सह मवेशी घर पूरी तरह जल गया. घटना में अनाज, कपड़ा, गहना सहित 15 बकरियां भी जलकर मर गईं. इस दौरान मो सलाउद्दीन अंसारी आग बुझाने के दौरान गंभीर रूप से झुलस गये, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. शुक्रवार की देर रात मो. जुम्मन अंसारी के घर से अचानक आग की लपटें उठने लगी. इसके बाद देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया. आग की लपटें देखकर आसपास के लोग शोर मचाने लगे. आग बुझाने का प्रयास करने लगे. इसी दौरान बगल के मो सलाउद्दीन अंसारी (उम्र लगभग 30 वर्ष) आग बुझाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गये. परिजनों ने उन्हें तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घोघरडीहा ले गये, जहां चिकित्सक डॉ देवकांत दीपक ने जांचोपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. मौके पर अंचल अधिकारी शशांक सौरव, पंचायत के मुखिया संतोष शाह, पंचायत के राम नरेश कामत, पूर्व मुखिया मो. ईशा अंसारी, कुशेश्वर मंडल, विनय यादव सहित अन्य लोग पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. अधिकारियों व ग्रामीणों ने बताया कि पोस्टमार्टम होने की स्थिति में आपदा प्रबंधन विभाग से नियमानुसार मृतक मो सलाउद्दीन अंसारी की पत्नी को चार लाख रुपये की सहायता राशि मिल सकती थी, जो उनके दो छोटे बच्चों के लिए सहारा बनती. बावजूद इसके मृतक के पिता मो. निजामुद्दीन अंसारी ने पोस्टमार्टम कराने से साफ इनकार कर दिया.
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