मधुबनी.
पिछले तीन चार दिनों से रुक-रुक कर व बीते शनिवार की रात लगभग दो घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण रिहायशी कालोनियों के घरों में पानी घुस गया है. सड़कें भी जलमग्न हो गयी है. झमाझम बारिश से नगर निगम के कई निचले हिस्से में स्थित घरों में पानी घुस गया है. नगर निगम क्षेत्र के सभी गली मोहल्ले पानी पानी हो गया है. बीते शनिवार की रात अचानक मूसलाधार बारिश होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. शहर के कई मुख्य सड़कों पर पानी जमा हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार 5 एवं 6 अक्टूबर को सबसे अधिक बारिश के आसार हैं. बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. रविवार को अधिकतम तापमान 27 एवं न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस रहा. बीते तीन चार दिनों से हो रही बारिश से कई जगह जलजमाव पहले से है. शनिवार को फिर अचानक हुई झमाझम बारिश ने जलजमाव की विकट स्थिति पैदा कर दी है. सुबह से ही आकाश में बादल छाए रहे, हालांकि इस दौरान धूप छांव की स्थिति रही. लेकिन अचानक बारिश शुरू हुई जो जारी रही. बारिश के दौरान 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चलने के साथ बिजली भी कड़कती रही. बारिश होने के बाद शहर में साफ-सफाई एवं ड्रेनेज सिस्टम की कलई खुल गई है. शहर की सभी सड़कों पर जलजमाव हो गया है. पानी की निकासी का इंतजाम नहीं होने से लोग परेशान हैं. शहरी क्षेत्र के लोग बारिश से परेशान हो गये. जगह-जगह जलजमाव से आने-जाने में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के बीएन झा कालोनी, आदर्श नगर कालोनी, सदर अस्पताल, आफिसर कालोनी सहित कई वार्डों की सड़कों पर जमा पानी से मोहल्ले वालों की परेशानी बढ़ गई है. मुख्य सड़कों यही हाल सदर अस्पताल रोड का भी है. सदर स्थित आई ओपीडी, प्रसव कक्ष में पानी घुस गया है. जिसके कारण स्वास्थ्य कर्मी, मरीज व परिजन हलकान दिखे.स्वास्थ्य विभाग जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए जारी किया निर्देश
बारिश के बाद उत्पन्न जलजनित रोग से बचाव एवं एवं नियंत्रण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक दवा के साथ एआरवी एवं एवीएस की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. जल जनित रोग सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाली बीमारियां हैं. जो दूषित पानी में फैलती है. सूक्ष्मजीवों जैसे बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी और कवक के कारण होने वाली बीमारियां हैं जो दूषित पानी के माध्यम से फैलती है. ये रोगाणु दूषित पानी के सेवन, पानी में धुले दूषित भोजन के सेवन या तैराकी या स्नान जैसी गतिविधियों के दौरान दूषित पानी के संपर्क में आने से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. आम जलजनित रोगों में हैजा, टाइफाइड बुखार, हेपेटाइटिस ए और पेचिश शामिल हैं. अनुचित स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल तक पहुंच की कमी और अपर्याप्त स्वच्छता प्रथाएं इन बीमारियों के प्रसार में योगदान देती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

