हरलाखी . जनकपुरधाम पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर धाम में भी जेन जेड युवाओं का प्रदर्शन उग्र रुप ले लिया है. जनकपुरधाम में यातायात ठप हैं. जनकपुरधाम से काठमांडू के लिए हवाई सेवा बंद कर दिया गया है. जनकपुरधाम से लगने वाली भारतीय सीमा जटही, भिट्ठा मोड़, महिनाथपुर तक चलने वाली बस सेवा भी बंद है. जटही के छोटे भंसार भी बंद रखा गया है. भारत -नेपाल सीमा पर नेपाल सशस्त्र बल के जवान गस्त लगा रहे हैं. इधर, बीते मंगलवार को जनकपुरधाम के मधेश प्रदेश सचिवालय, शिक्षा तथा संस्कृति मंत्रालय, जिला ट्राफिक कार्यालय , जिला भंसार कार्यालय, जनकपुरधाम उप महानगरपालिका कार्यालय नेपाली कांग्रेस तथा नेकपा एमाले तथा माओवादी कार्यालय में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की. जनकपुरधाम उप महानगरपालिका में आगजनी से नगरपालिका के भीतर तकरीबन दो सौ गैस सिलेंडर बिस्फोट हुआ, इसकी आवाज दूर- दूर तक सुनाई दी. आगजनी से उप नगरपालिका कार्यालय पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. भंसार कार्यालय में जब्त की गयी पांच दर्जन से अधिक बाइक तथा आधा दर्जन चार पहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया गया. इसी तरह मधेश भवन में रखे मंत्री की सभी गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विमलेंद्र निधि तथा नेकपा एमाले के वरिष्ठ नेता तथा सांसद पूर्व उप प्रधानमंत्री के जनकपुरधाम आवास में आगजनी की. विधायक रामाशीष यादव के घर में भी प्रदर्शनकारियों ने तोड़ फोड़ की तथा कुछ कीमती सामान लूटने की खबर है. जनकपुरधाम के मेयर मनोज कुमार साह के घर पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया. इस घटना के बाद मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह तथा उनके मंत्री मंडल के सभी मंत्री त्याग पत्र दे दिया हैं. घटना को देखते हुए जनकपुर धाम के चप्पे चप्पे पर सेना की तैनाती कर दी गयी है. सेना की तैनाती के बाद बुधवार को किसी प्रकार का बड़ी घटना नही होने की खबर मिली. हिंसा को देखते हुए जनकपुरधाम के जानकी मंदिर, लुम्बिनी के बौद्ध मंदिर, बारा केगढी माई मंदिर, छिनमस्ता मंदिर सहित अन्य मंदिरों की सुरक्षा अपने हाथ में लिए है. सेना पैदल मार्च कर रही है. सेना बख्तर बंद गाड़ियां से शहर में गस्त लगा रही है. सीमा पर एसएसबी व पुलिस चौबीसों घंटे कर रही ज्वाइंट पेट्रोलिंग उप कमांडेंट हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पिपरौन चेक पोस्ट पर बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में एपीएफ नेपाल की ओर से डीएसपी तेजराज शर्मा और एसएसबी की सहायक सेनानायक दर्पण कुमार दुहान सहायक बेनीपट्टी डीएसपी अमित कुमार, हरलाखी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से बैठक की गयी. बैठक में नेपाल के मौजूदा हालात को देखते हुए इंडो नेपाल बॉर्डर को अगले आदेश तक सील रखने का निर्णय लिया गया. जिसके बाद इंडो नेपाल के सभी बोर्डरों को सील रखा गया है. खुले सीमा पर एसएसबी व पुलिस चौबीसों घंटे गश्त लगा रही है. हालांकि नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक की पहचान पत्र चेक कर पैदल आने की अनुमति दी जा रही है. लेकिन नेपाली नागरिको का आनाजाना पूरी तरह बंद है. वहीं खजुरी मे किसी भी नागरिकों के आने जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. स्थानीय लोग खेतों के रास्ते आ जा रहे हैं. कई लोगों को दिल्ली व मद्रास का टिकट कटा था. पर वे नहीं जा सके.
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