झंझारपुर. पंडौल थाना के सरिसबपाही गांव निवासी 45 सरस्वती देवी और अररिया संग्राम थाना के संग्राम गांव निवासी 65 वर्षीय अनवारूल हक को रविवार को बंदर ने काट लिया. परिजनों ने उसे झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया. मालूम हो कि प्रत्येक दिन कुत्ता व बंदर के काटने से एक दो पीड़ित लोग इलाज कराने अस्पताल पहुंच रहे हैं. जगह-जगह पर अवारा कुत्ता की टोली घूमते रहता है. जो साइकिल, मोटरसाइकिल पैदल और कार चालक के ऊपर दौड़कर काटने का प्रयास करता है. वहीं, बंदरों की स्थिति ऐसी है कि झंझारपुर बाजार के हर गली हर मोहल्ला में उसका वास है. वहीं, बंदर भी सड़क पर जमे रहते हैं. कभी-कभी तो ऐसा हो जाता है कि घंटों तक रास्ता अवरुद्ध हो जाता है. अगर कोई चला गया तो उसे काट भी लेता है. इतना ही नही घर के अंदर घूस कर बना खाना तक लेकर भाग जाता है. अगर उसे गृह स्वामी भगाने का प्रयास किया तो वह भी बंदर के शिकार हो जाते हैं. पूर्व में तत्कालीन नगर पंचायत द्वारा वन विभाग के सहयोग से पिंजरा में बंदर को फंसाने का प्रक्रिया शुरू किया गया था. लेकिन एक भी बंदर पिंजरा में नहीं फंसा. उसके बाद से नगर परिषद के ने इस समस्या के समाधान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया.
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